मौदहा, हमीरपुर। क्षेत्र के ग्राम सिजनौडा में शुक्रवार की रात पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद बाईक से अपने पड़ोसियों के साथ मौदहा कोतवाली शिकायत करने आ रही महिला की बाइक में दबंगों ने ओमनी कार से टक्कर मार सड़क पर गिराकर बुरी तरह से ज़ख्मी कर दिया।
घटना के बाद आरोपियों ने पीड़ित घायल महिला पर पुनः ओमनी वेन से कुचलकर मरणासन्न कर दिया। घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कुछ आरोपियों को हिरासत में ले घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
कोतवाली क्षेत्र मौदहा के ग्राम सिजनौडा में शुक्रवार की शाम सड़क पर स्थित श्याम पाल की दुकान पर पड़ोस के सुमित पुत्र शिव कुमार विश्वकर्मा, सोनू प्रजापति पुत्र राजेंद्र व अमित पुत्र संत कुमार ठंडा पीने पहुंचे जहां उनके पास ₹5 कम होने के कारण श्याम पाल ने उन्हें ठंडा देने से मना कर दिया जिस पर दोनों पक्षों में कहासुनी होने के बाद मारपीट शुरू हो गई।
तभी वहां मौजूद जय देवी पुत्री लल्लू वर्मा ने इस घटना का वीडियो बना लिया जिससे आक्रोशित श्याम पाल व उसके भाई राजा सिंह व रामबाबू ने जय देवी के साथ गाली गलौज शुरू कर दी जिस पर जय देवी ने 112 डायल पुलिस को फोन कर बुला लिया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझा अपने काम की इतिश्री समझ वापस अपनी राह ली।पुलिस के लौटते ही राजा सिंह, रामबाबू व श्याम पाल ने जय देवी के दरवाजे पहुंच पुनः गाली गलौज कर करना शुरू कर दी जिस पर वहां मौजूद सुमित, सोनू व अमित भी आरोपियों से उलझ पड़े।
इस घटना के बाद जय देवी सुजीत व सोनू के साथ बाईक में बैठकर इस घटना की शिकायत करने कोतवाली मौदहा रही थी तभी से सिजनौडा मार्ग पर पहले से घात लगाए आरोपियों ने अपनी मारुति वैन से उनकी बाईक में टक्कर मार उन्हें सड़क पर गिरा दिया।
और इतने पर भी उनका मन ना भरने पर उन्होंने सड़क पर घायल कराह रही जय देवी पर पुनः वैन चढ़ा उसे मरणासन्न कर दिया। इस घटना में सुमित व सोनू के भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को सरकारी अस्पताल मौदहा में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सक ने घायल जय देवी को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
गंभीर रूप से घायल सुमित व सोनू का प्राथमिक ईलाज कर उन्हें मुख्यालय रेफर कर दिया। कोतवाली पुलिस ने मृतका के भाई संतोष की तहरीर पर आरोपी राजा सिंह, श्याम पाल व रामबाबू पुत्र गण बंदरा तथा वरदानी पुत्र रामपाल के खिलाफ धारा 302 व 307 समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर कुछ आरोपियों को हिरासत में ले घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
बताते चलें कि जय देवी का विवाह 10 वर्ष पूर्व चरखारी में हुआ था लेकिन पति से ना पटने के कारण वह अपने मायके में पिता के पास रहने लगी थी फिलहाल वर्तमान समय में वह दिल्ली में रहकर काम करती थी। चार दिन पूर्व ही वह दिल्ली से आई थी और शनिवार को उसको दिल्ली वापस जाना था।
वह चार बहनों व एक भाई में सबसे बड़ी थी। कोतवाली पुलिस ने अगर इस घटना को गंभीरता से लेकर आरोपियों को हिरासत में ले लिया होता तो शायद यह बड़ी घटना टल सकती थी।
- एमडी प्रजापति