रायबरेली। पूरे सुखई स्थित वीरांगना झलकारी बाई शिक्षा निकेतन में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की अग्रणी सेनानी झलकारी बाई का जन्मोत्सव एवं वीरांगना झलकारी बाई शिक्षा निकेतन का स्थापना दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रभात साहू ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। विद्यालय के संस्थापक पूर्व विधायक राजाराम त्यागी एवं प्रधानाचार्य सुनील त्यागी ने आए हुए अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, एवं ईशानदार नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर मेधावी छात्र-छात्राओं को शील्ड और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथि प्रभात साहू ने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजों के विरुद्ध जो लड़ाई लड़ी उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। विद्यालय के संस्थापक पूर्व विधायक राजाराम त्यागी ने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई ने देश के लिए आहुति देकर पूरे समाज को गौरवान्वित किया है।
मुख्य अतिथि पूर्व विधान परिषद सदस्य राजा राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई के बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा। नई पीढ़ी को उनके बलिदान से परिचित कराने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम का कुशल संचालन संतोष मौर्य ने किया।इस अवसर पर राम सजीवन,रामकिशोर वर्मा, समुझ लाल, मोहनलाल, नान्ह यादव, इरशाद सिद्दीकी, अमरेश धीमान, रामचंद्र सिंह, तेज यादव, पुष्कल सिंह, कोषाध्यक्ष चंद्रपाल यादव, जगदीश लोधी, सोनू, रमेश शुक्ला, बाबादीन धीमान, आकाश मौर्य, शिवानी, ममता, प्रिया मौर्या, रामकुमार यादव विद्यालय के अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- अशोक यादव एडवोकेट