संकट की घड़ी में विधायक ने खोल दिये दरवाजे

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रायबरेली के हरचंदपुर क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आये दिन किसी न किसी मामले को लेकर चर्चित रहते हैं चाहे वह मोदी की लंबी आयु के लिए पूजा हो या फिर पार्टी लाइन से हट कर बयान देने की। इस बार कोरोना से पीड़ित लोगों के लिए उन्होंने अपना पर्सनल नम्बर जारी कर जनता में अपनी गहरी पैठ बना ली है। आलोचना और सेवा के दौर में हमारे संवाददाता से उन्होंने कोरोना को लेकर बड़ी बातें कही।

2017 में कांग्रेस के टिकट पर जीत कर आये राकेश सिंह ने यूं तो पार्टी का साथ नही छोड़ा है लेकिन विकास और देश से जुड़े मुद्दे पर वो बेबाकी से अपनी बात जनता के बीच रखते रहे हैं। उनका ये अंदाज उन्हें बाकी लोगो से अलग बनाता है। क्षेत्र के हर छोटे बड़े कार्यक्रम में हर अंतिम व्यक्ति को गले लगाने से राजनीतिक विरोधी जरूर बढ़ रहे हैं मगर साथ ही साथ जनता का जुड़ाव भी उनसे बढ़ रहा है।

आज देश ही नही विश्व समुदाय कोरोना वायरस से पीड़ित है और who ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। ऐसी स्थित में केंद्र सरकार ने लॉक डाउन कर कर्फ्यू जैसी स्थित पैदा कर दी है। जिससे रोज कमाने और खाने वालों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए जहां ज्यादातर विधायको ने मेडिकल से जुड़ी चीजो के लिए निधि देने के लिये पत्र लिखा है जो कि एक लंबी प्रक्रिया है वहीं राकेश सिंह ने सीधे अपना मोबाइल नम्बर जारी करते हुए मदद का आश्वासन दिया है। मदद कैसे और किसे होगी जानने के लिए हमने उनसे बात की।

सवाल: लाखों की आबादी में आपने सीधे अपना नम्बर सार्वजनिक कर दिया क्या ऐसे में आपकी पर्सनल लाइफ आपके लिए ज्यादा पैनिक नही होगी।

राकेश सिंह : देखिए अगर जनता ने चुन कर सदन भेजा है तो किस लिए ? आप ही बताइए क्या जिस जनता ने अपना वोट देकर मुझे अपना मान लिया और बहुत सी उम्मीद की है उस विश्वास को ऐसे समय मे कायम रखना मेरी जिम्मेदारी है। रही बात पर्सनल लाइफ की तो हरचंदपुर विधानसभा का एक एक घर मेरा घर है और वहाँ के लोगो की दिनचर्या ही मेरी पर्सनल लाइफ है।

सवाल : इस महामारी में आप कैसे मदद कर पाएंगे लोगो की

राकेश सिंह : महामारी वाकई घातक है लेकिन इसका असर दूसरे देशों से यहां कम होगा। हमारे प्रधानमंत्री दूरदृष्टा है और उन्होंने जो ये 21 दिन का लॉक डाउन किया है। काफी सोच समझ कर किया है। हमारे पास पूरी विधान सभा के एक एक घर के नम्बर मौजूद हैं। जिसमे एक एक व्यक्ति को हम नाम से जानते हैं। हम लोगो को समझा रहे हैं। पढ़े लिखे बुद्धि जीवियों की टीम है जो फोन से लोगो को सोशल डिस्टेंस के फायदे बात रही है। अधिकारियों को दैनिक उपभोग की वस्तुओं की आपूर्ति के लिए निर्देश दे दिए हैं। हमे लगता है कि यही एक तरीका है इस समय इस महामारी से बचने का।

सवाल: भारत मे इस महामारी को रोकने में सबसे बड़ी बाधा क्या लगती है आपको ?

राकेश सिंह : भारत तो देवों और ऋषियों का देश है। यहां पर वैसे तो सभी समझदार है और अपना अच्छा बुरा आसानी से समझ सकते है। लेकिन आप बात कर रहे हैं बाधा की तो मुझे लगता है कि यहां हमारे संस्कार हमारी अपनत्व की भावना ही कुछ हद तक बाधा बन सकती है। जिसे हम चाह कर भी नही छोड़ पा रहे हैं। फिर भी आप देखिएगा हम सब इससे लड़ेंगे और जीतेंगे। देशहित में जब जब जरूरत पड़ी है ऋषि मुनि तक अपना योगदान देने में पीछे नही हटे।

सवाल : संस्कार बाधा बन सकते हैं ये बात जरा विस्तार से बताएं तो बेहतर रहेगा।

राकेश सिंह : आप शायद समझ नही पाए। संस्कार ही हमे एक दूसरे से बांधे हैं। सरकार के आदेशों का हम सब पालन करते है इसलिए घरों में बैठे हैं। who कह रहा है कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस ही मात्र चारा है। किंतु जब हम किसी को छोटी बड़ी मुसीबत में या फिर बीमार देखते हैं तो संस्कारवश ही ख़ुद को रोक नही पाते। खुद से एहसास होने लगता है कि शायद उसे हमारी जरूरत है। और हम उसके पास पहुंच जाते हैं। ये बात कई बार साबित हो चुकी है कि हम विश्व के सबसे ज्यादा इमोशनल लोगो मे एक हैं। इसलिए लोगो को प्यार से समझने और समझाने की जरूरत पड़ रही है।

सवाल : आप अक्सर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा ही ट्रोल किये जाते हैं आखिर क्यों ?

राकेश सिंह : ये सवाल अगर आप उनसे पूछे तो बेहतर होगा। मेरी टाइम लाइन देख लीजिए जो मुझे सही लगता है मैं करता हूँ किसी की बुराई या तारीफ करने वाला मैं कौन हूँ।

सवाल: फिर भी लोगो को आश्चर्य होता है कि आप अक्सर पार्टी की विचारधारा से हटकर बयान देते हैं ?

राकेश सिंह : आप सिर्फ एक बात समझ लीजिए मैं आरोप प्रत्यारोप की राजनीति खत्म करना चाहता हूं। देश पहले है। आप देश की बात पर बहस करिए। आप विकास की बात पर बहस करिए। आप सेवा के मुद्दों पर बहस करिए। आरोप लगाने वाले आरोप लगाते है उनको मैं नही सुनता ईश्वर तुल्य जनता सुनती है और जवाब भी वही देती है। इसलिए ऐसे लोगो का फैसला उनके ऊपर ही छोड़ देता हूँ। रही बात पार्टी विचारधारा की तो मुझे लगता है कि दिल की बात सुनने का वक्त है। आज काम करने वाले लोग देश चला रहे हैं उनकी आलोचना करके उनका हौसला मत तोड़िये उन्हें हिम्मत दीजिये बताइए देश आपके साथ खडा है। 22 तारीख का जनता कर्फ्यू आप सबने देखा एक आवाज पर देश ने एकता दिखाई। पूरा विश्व आज तारीफ कर रहा है। सबको पता है कि हम इमोशनल लोग है दबाव के बजाय अपनी बात प्यार से रखने में जल्दी समझते हैं।

सवाल जो नम्बर 9415034200 आपने जारी किया है उसमे आप कैसी कैसी मदद करेंगे ? और वो नम्बर कौन उठाएगा ?

राकेश सिंह : अरे भई मेरा नम्बर है मैं ही उठाऊंगा। आप खुद कभी भी काल कर के देख लें। नहाते या पूजा करते वक्त अगर कोई और उठाता भी है तो मैं उसे काल बैक कर के हालचाल अमूमन ले ही लेता हूँ। रही बात मदद की तो आप सोच भी नही सकते मैं किस तरह लोगो का भाई और बेटा बन चुका हूं। लोग निधड़क मुझे फोन करते है और मैं उन तक सीधे पहुंच जाता हूँ। खाने पीने से लेकर मेडिकल तक सारी सुविधाएं मैं व्यक्तिगत तौर पर देता हूँ। इसका मेरी निधि से कोई लेना देना नही है। ईश्वर पर मुझे अटूट विश्वास है आपको इतनी बड़ी समस्या के बावजूद हरचंदपुर विधानसभा में कोई समस्या देखने को नही मिलेगी।

सवाल : समाज के लिए आप दो लाइन में कुछ संदेश हो तो बताये।

राकेश सिंह : प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी ने कहा है लॉक डाउन से हम इस बीमारी को हरा पाएंगे तो विश्वास कीजिये अपनो से दूर रहने के इस इम्तिहान की घड़ी में परिणाम अच्छे आएंगे। हम इस बीमारी से लड़ेंगे ही नही जीतेंगे भी और विश्व मे मिसाल बन कर उभरेंगे। इसमे आप सबके साथ कि जरूरत है।

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