संरक्षित प्रजाति के काले और लाल हिरनों ने किसानों का किया जीना हराम, चट कर रहे हैं फसल

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Report.हरिश्चंद्र राजपूत

Place.मौदहा हमीरपुर

Date.09.10.2020

Mo.9452556725,7905083830

Ancker..कई सालों से अन्ना पशुओं की मार झेल रहा किसान अब हिरनो को लेकर परेशान हैं।जंगल से आये सैकड़ों हिरनो के झुंड किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं

Vo.मामला जनपद हमीरपुर के मौदहा विकास खण्ड के गांव कम्हरिया, सायर और मसगवां के बीच स्थित हजारों एकड के बंधा का,जहां पर आम तौर पर एक ही फसल पैदा होती है बाकी साल के आधे महीने पानी भरा रहता है।लम्बे समय तक पानी भरा रहने के कारण इस बंधे की भूमि अत्यंत उपजाऊ और सपाट है।हालांकि भूमि उपजाऊ होने के कारण एक ही फसल में किसानों का जीवन आसानी से गुजर रहा है।बीते कुछ सालों से बुण्देलखण्ड क्षेत्र में अन्ना की समस्या ने किसानों की मुश्किलें बढा दी थी।लेकिन सरकार द्वारा सभी गांवों में गौशाला बनने के बाद जहां अन्ना की समस्या का काफी हद तक समाधान हुआ है तो वहीं इस एक फसल वाले क्षेत्र में हिरनो ने आतंक फैला दिया है।जोकि सैकड़ों की संख्या में झुंड के रूप में किसानों को बर्बाद करने पर उतारू हैं।सबसे बड़ी बात यह है कि इस क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के काले हिरनो का होना ही अपने आप मे चर्चा का विषय बना हुआ है।और वनविभाग ने अभी तक इस बारे मे कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।कि इन संरक्षित और दुर्लभ प्रजाति के हिरनो को किसी नेशनल पार्क में भेज दिया जाये

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