यूक्रेन में रूस के हमले से गहराया संकट, सलोन के तीन छात्रों ने सुरक्षित वापसी के लिए मोदी सरकार से लगाई गुहार
सलोन की रहने वाली श्रुति रस्तोगी समेत तीन सौ बच्चो को बंकर में रखा गया
सलोन,रायबरेली-रूस की ओर से आक्रामक रवैया जारी रखने के बीच सलोन के दो बच्चे यूक्रेन में फंसे हुए हैं।और वो सुरक्षित स्वदेश वापस आने की भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं।यूक्रेन के कीव के बोगो मेलेट्स और लवीव हॉस्टल में पढ़ाई कर रहे सलोन कस्बे के तीन बच्चो ने भारत सरकार से उन्हें भारत वापस लाने का अनुरोध किया है।तीन भारतीय छात्रों ने कहा कि हम पढ़ाई के लिए यूक्रेन आए थे।लेकिन रूस के अटैक के बाद वे लोग यहां दहशत में जी रहे है।सलोन नगर के परशदेपुर रोड स्थित शशांक रस्तोगी की 22 वर्षीय पुत्री श्रुति रस्तोगी 7 फरवरी को यूक्रेन के बोगो मेलेट्स मेडिकल कालेज में पढ़ने गई थी।वही सलोन नगर के मेन रोड स्थित राजूसरदार का लड़का अंशदीप सिंह नवम्बर महीने में मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन के लवीव हॉस्टल गए थे।श्रुति और अंशदीप ने दूरभाष पर “TheReportsToday” को बताया की वो लोग काफी डरे और सहमे हुए है।श्रुति का कहना है जहाँ गोलाबारी हो रही वहां से बीस किलोमीटर की दूरी पर है।गोलाबारी इतनी तेज हो गया है कि हम लोग बंकर में झुपे हुए है।डॉक्टर बनने का सपना लेकर आई श्रुति का कहना है जिंदगी ही फंस गई है।श्रुति ने बताया कि उनके साथ हॉस्टल में रहने वाली लगभग तीन सौ भारतीय छात्र इस समय बंकर में है।इस दौरान श्रुति की माँ रचना रस्तोगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेटी के साकुशल यूक्रेन से वापसी के लिए गुहार लगाई है।वही अंशदीप के पिता राजू सरदार ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से बच्चे को वापस लाने की गुहार लगाई है।जबकि सलोन के असद कुरैसी ने भारत सरकार से जल्द से जल्द मदद भेजने का निवेदन किया है।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट