महाकवि मराल की साहित्यिक एवं सामाजिक सेवाओं की अभी जरूरत है_ हरिप्रताप सिंह
प्रतापगढ़। अवधी सम्राट उन्मत्त द्वारा स्थापित साहित्यिक संस्था कविकुल ने वकील परिषद के पूर्व अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता, कविकुल के संरक्षक पंडित भानु प्रताप त्रिपाठी मराल का 81वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया। शहर के सिविल लाइन स्थित निवास पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कभी कुल अध्यक्ष परशुराम उपाध्याय सुमन ने गोष्ठी में उपस्थित प्रबुद्धजनों का स्वागत करते हुए श्री मराल जी के स्वस्थ व दीर्घायु होने की मंगल कामना किया। कविकुल की ओर से कविवर मराल जी को अंगवस्त्रम भेंटकर माल्यार्पण करते हुए सम्मानित किया गया।
बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह ने हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि मराल जी ने साहित्यिक व सामाजिक जीवन जिया है। अधिवक्ता के रूप में भी इनका सदैव सराहनीय योगदान रहा है। इस उम्र में भी इनकी सक्रियता से साहित्य व समाज को दिशा मिल रही है, जिसकी अभी जरूरत है।
गोष्ठी में उपस्थित वरिष्ठ साहित्यकार सुखदेव तिवारी, सुरेश संभव, चिंतामणि पांडे, अनिल प्रताप त्रिपाठी, वकील परिषद के नवनिर्वाचित मंत्री अवधेश ओझा, राजकिशोर त्रिपाठी, डॉक्टर सौरभ पांडे, ज्वाला सिंह, दिनेश अग्रहरि, अरुण कुमार पांडे, दिनेश उपाध्याय, हिमांशु उपाध्याय आदि ने कविवर मराल जी को हार्दिक बधाई देते हुए ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। अवनीश कुमार मिश्रा प्रतापगढ
साहित्यिक संस्था कविकुल ने मनाया कविवर मराल का जन्मदिन
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