अनुकरणीय और प्रशंसनीय
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आंधी तूफान और धूप के बीच ड्यूटी को दी प्राथमिकता
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न रात न दिन न संक्रमण सबसे जूझती रही पुलिस
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शहर कोतवाली, ट्रैफिक और महिला थाने की टीम की सराहना
स्पेशल रिपोर्ट – सूरज यादव
रायबरेली । जहाँ पूरा देश कॅरोना संक्रमण से जंग लड़ रहा है वही रायबरेली पुलिस ने सुरक्षा , समर्पण और सेवा की ऐसी मिशाल कायम कर दी है जिसकी तारीफ में जितने शब्द कहे जाएं सब बेमानी है । दिन हो या रात परिवार से दूर हमारे परिवारों के लिये जो तत्परता खाकी ने दिखाई है उसको देख कर आम जन मानस की सोच भी काफी हद तक बदली है। कॅरोना के खतरे से भयभीत लोगो के लिये जिले की इस खाकी ने वो अनुकरणीय कार्य किया है जिससे उसकी न सिर्फ छवि पर चार चांद लगे है बल्कि उच्चाधिकारी भी उनकी तारीफ करने में कही भी संकोच करते नही दिखे । कॅरोना महामारी में संक्रमण के साथ ही इन पुलिस कर्मियों ने प्रकृति से भी लोहा लिया धूप हो या धूल भरी आंधी या बरसात के साथ आसमान से बरस रहे ओलो के कहर की परवाह न करते हुए अपनी ड्यूटी को ही सर्वोपरि माना । जिले के पुलिस मुखिया स्वपनिल ममगई के प्रयासों को भी किसी तरह से नकारा नही जा सकता जिन्होंने दिन रात न सिर्फ खुद परिश्रम किया बल्कि अपने बाकी पुलिस परिवार को भी लोगो की सेवा के लिये प्रेरित करते रहे।
सख्ती के साथ संयम का भी पढ़ाया पाठ
इस महामारी से जनता की सुरक्षा करने में जहाँ एक ओर पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए लोगो को कानून के नियमो के प्रति जागरूक किया वही सख्ती करते हुए नियमो के उल्लंघन का मुकदमा लिखने के साथ ही गाड़ियों का चालान कर के भी लोगो को लॉक डाउन का पालन करने का पाठ पढ़ाया । वही दूसरी ओर सख्ती के साथ ही पुलिस ने संयम के साथ लोगो को जागरूक भी किया और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी नियमो के पालन के प्रति जागरूक भी करती दिखी।
मानवीय पुलिसिंग की हर ओर सराहना
इस महामारी के दौर में पुलिस का एक अलग ही मानवीय चेहरा निकल कर सामने आया जिसे देख कर बहुत लोगो ने खाकी के प्रति अपने नजरिये को ही बदल डाला। वो चाहे थानों के माध्यम से खाना बना कर जरूरतमंद लोगों तक पहूँचना रहा हो , लोगो को उनके घरों तक पहूचाने के लिये साधन का इस्तेमाल करना रहा हो या भूख प्यास से तड़प रहे लोगो की भूख और प्यास बुझाना रहा हो जिले की खाकी ने अपनी परवाह न करते हुए हर एक परेशान और जरूरतमंद की जिस तरह मदद की है उसकी हर ओर सराहना हो रही है ।
सीमित संसाधनों के बावजूद की हर किसी की मदद
पुलिस से के प्रति हमेशा लोगो की धारणा रहती है कि वो सिर्फ पैसों के लिये ही कार्य करती है । लेकिन इसके ठीक विपरीत पुलिस विभाग में बजट न होने के बावजूद सीमित संसाधनों के होते हुए भी अपने प्रयासों से लोगो की हर संभव मदद की। पुलिस ने अपनी सोच से न सिर्फ लोगो की मदद का बीड़ा उठाया बल्कि सामाजिक संगठनों को भी इसके लिये तैयार किया और सभी ने मिल कर भोजन पानी और कई जरूरत की चीजों की ब्यवस्था उन जरूरतमंदो के लिये की जिन्हें इनकी जरूरत थी। व्यापारियों, सामाजिक संगठनों, डॉक्टरों, वकीलों और उद्योगपतियों सभी से सामंजस्य बिठा कर पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता के साथ अपने पब्लिक रिलेशन का भी शानदार उदाहरण पेश किया ।
इन पुलिस कॅरोना वारियर्स की हुई सराहना
वैसे तो विभाग से जुड़े हर छोटे से ले कर बड़े अधिकारी और कर्मचारी ने दिन रात पूरी जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी निभाई । फिर वो चाहे चौराहों और गलियों में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मी हो या आफिस में पूरी कर्मठता से कार्य करने वाले जवान। जिला पुलिस में कुछ वारियर्स ऐसे थे जिन्होंने लीक से हट कर कार्य किया इनमें सहर कोतवाल अतुल सिंह द्वारा कई जरूरतमंद परिवारों को पहुचाया गया राशन हो या महिला थाना पुलिस इंचार्ज संतोष कुमारी का पुलिस किचन में भोजन बना कर लोगो तक पहूचना साथ ही ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज प्रशांत भदौरिया और शैलेश यादव द्वारा किये गये कुछ ऐसे सराहनीय कार्य थे जिसकी हर ओर सराहना हुई। हालांकि इनके अलावा भी जिले के सभी पुलिस कर्मियों में से भी बहुतों ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से अनेक लोगो की इस महामारी के दौरान मदद कर के अपनी मानवता का परिचय दिया ।