अन्नदाता के ऊपर बरपा कुदरत का कहर

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महोबा-बेमौसम बारिश के चलते किसान बहुत परेशान नजर आ रहा है किसान अपने खेतों में हाड़ तोड़ मेहनत कर अनाज को पैदा करने के लिए खाद,बीज, जुताई,बुवाई आदि कर अपने पास से पैसा खर्च करता । और वह फसल आने का इंतजार पर रहता है । तभी आम जनमानस को अन्न का दाना नसीब होता है ज्ञात हो कि बेमौसम बारिश लगभग कई दिनों से होती चली आ रही है जहां रविवार के रोज अधिक बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से अन्नदाता के ऊपर कुदरत का कहर टूट पड़ा है एक ओर किसान के खेतों पर मटर की फसल पड़ी हुई है तथा सरसो की फसल भी कुछ जगहों पर तैयार होकर खेतों पर कटी हुई पड़ी है । तथा कुछ महीनो पहले घने कोहरे की चादर छाई रहने से चना व मसूर की फसल पर नुकसान पहले से ही है । एवं अधिक ओलावृष्टि से किसान बहुत ही हताहत हो चुका है शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन हो रही ओलावृष्टि का मंजर अब किसानों से सहन नहीं हो पा रहा है जब किसान सुबह से शाम तक भूखे पेट फसल को तैयार करने के लिए अटूट मेहनत करता है अगर उसे अन्न का दाना आसानी से नहीं न मिले तो किसानो के चेहरे पर खुशी न देखकर उदासी देखने को मिल रही है । प्रगतिशील किसान जगभान सिंह सेंगर ने बताया कि मटर की फसल बुरी तरह से बर्बाद हो चुकी है किसानों को इस फसल का कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है लगभग कई दिनों से आए दिन हो रही बारिश व ओलावृष्टि के कारण किसान बेहद परेशान हैं । एम०एल०सी० जितेंद्र सिंह सेंगर ने विधान परिषद क्षेत्र के जनपद चित्रकूट/ बांदा/महोबा/हमीरपुर में अतिवृष्टि एवं ओलावृष्टि होने के कारण वर्तमान में गेहूं, चना,मटर, सरसो की फसले पूर्णतया नष्ट हो चुकी है । वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखित लैटर पैड के माध्यम से समस्या के बारे में अवगत कराते हुए । कहा की फसलों के हुए नुकसान का आकलन कराकर मुआवजा दिलाया जाए । तभी गरीब किसानो को राहत होगी ।

राकेश अग्रवाल रिपोर्ट

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