महोबा। अन्य प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में आ रहे लोगों को सकुशल उनके गृह जनपद पहुंचाने हेतु कैमाहा बॉर्डर पर श्रीचंद्रभान सिंह महाविद्यालय में शेल्टर होम बनाया गया है,जहां पर बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के उपरांत उनके गृह जनपद भेजने की निःशुल्क व्यवस्था की जाती है।
मंडलायुक्त गौरव दयाल एवं डीआईजी दीपक कुमार ने संयुक्त रूप से डीएम एवं एसपी के साथ बॉर्डर पर चंद्रभान सिंह महाविद्यालय में बनाये गए शेल्टर/स्क्रीनिंग सेंटर का निरीक्षण किया।इस अवसर पर मंडलायुक्त महोदय ने सेंटर का निरीक्षण करते हुए पाया कि महाराष्ट्र,गुजरात एवं मध्यप्रदेश से आये करीब 1685 लोगों को बसों के माध्यम से उनके गृह गोरखपुर, देवरिया, बलरामपुर, कुशीनगर, बहराइच, आज़मगढ़, सिद्धार्थ नगर,प्रयागराज, श्रावस्ती आदि जनपदों में भेज गया है। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया कि अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों की बड़ी संख्या के दृष्टिगत टेंट आदि की व्यवस्था बढ़ा दी जाए। उन्होंने कहा कि कमरों में व्यवस्था न हो पाने की दशा में बाहर खुले में टेंट लगाकर अस्थायी व्यवस्था की जाए ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने बोर्डर पर तैनात कर्मचारियों को शख़्त निर्देश दिए कि किसी भी कीमत पर बाहरी सवारी को पास न दिया जाए बल्कि शेल्टर होम में स्क्रीनिंग के उपरांत ही उनके गृह जनपद सरकारी बसों के माध्यम से सुरक्षित भेजा जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम अवधेश कुमार तिवारी एसपी मणिलाल पाटीदार एवं एडीएम आरएस वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण मौजूद रहे।
कमिश्नर गौरव दयाल एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बाँदा दीपक कुमार द्वारा जनपद महोबा के हॉटस्पॉट एरिया का भी निरीक्षण किया गया।