अपनी कमजोरी को हीन भावना से ना देखें …करें प्रहार …रखे बुलंद हौसले

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यह दीपू पटेल है शिवगढ़ क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले।बेहद साधारण से परिवार के सदस्य दीपू भाई देख नहीं सकते लेकिन कंप्यूटर पर उंगलियां इतनी तेज चलाते हैं कि जो आंखों वाले भी क्या चला पाएं।
दीपू भाई से हमारी पहली मुलाकात बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा रायबरेली में दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित एक्सीलरेटर लर्निंग कैंप मैं वार्डन भाई अरविंद सिंह के माध्यम से हुई थी। उनकी काबिलियत से अरविंद ने हमें परिचित कराया और हम इनके मुरीद हो गए।

इन्होंने अपनी दुर्बलता को कभी अपने काम में आए नहीं आने दिया और मध्य प्रदेश की इंटर की परीक्षा में नेत्रहीन वर्ग में टॉप किया था। फिर देहरादून में दृष्टिहीन ओं के लिए संचालित संस्थान में कंप्यूटर की तालीम ली।

दीपू को प्यार से मैं गूगल ब्वॉय कहता हूं। है भी.. सिर्फ कहने के लिए नहीं अपने काम की दम पर
दीपू ने नेत्रहीनों के लिए कई ऐप भी बनाए हैं कई और तकनीकी काम में जुटे हुए हैं ताकि उनके जैसे नेत्रहीनों को कोई दिक्कत ना हो।

ऐसे बेटे सरीखे दीपू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं ईश्वर उन्हें जीवन में वह ऊंचाइयां प्रदान करें जो दीपू ने मन में सोच रखी हो..

हमारी लिखी बात पर अगर आपको शक हो तो दीपू के इस मोबाइल नंबर 9450255830 पर संपर्क करके खुद उनके काबिलियत को अंदाज कर सकते हैं।

वरिष्ठ पत्रकार गौरव अवस्थी की कलम से।

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