बाग बिजेसी, परगना हवेली अवध तहसील सदर स्थित एक ऐतिहासिक कब्रिस्तान की जमीन पर जल निगम द्वारा पानी की टंकी निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह कब्रिस्तान सैकड़ों साल पुराना है, जिसमें उनके पूर्वजों की कब्रें मौजूद हैं। इस जमीन पर जल निगम ने जेसीबी मशीनों से खुदाई शुरू कर दी है, जिससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हो रही हैं। क्या है मामला?
गाटा संख्या ख में स्थित इस कब्रिस्तान का उपयोग लंबे समय से मुस्लिम समुदाय द्वारा किया जाता रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि इस भूमि पर उनके पूर्वजों के नाम सन् 1344-50 में दर्ज हैं। जल निगम द्वारा यहां पानी की टंकी निर्माण के लिए खुदाई किए जाने पर समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है।
स्थानीय निवासियों की मांग मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नगर निगम के महापौर व संबंधित अधिकारियों से अपील की है कि इस ऐतिहासिक कब्रिस्तान की भूमि पर प्रस्तावित पानी की टंकी का निर्माण रोका जाए। उनका कहना है कि यह न केवल धार्मिक भावना का उल्लंघन है, बल्कि उनके पूर्वजों की यादों का भी अपमान है। इस मामले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिना समुदाय की सहमति के कब्रिस्तान की जमीन पर खुदाई किया जाना अनुचित है।
विरोध बढ़ने के बाद स्थानीय प्रशासन और जल निगम के अधिकारियों पर दबाव बढ़ गया है। समुदाय ने मांग की है कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य रोका जाए और इस विवाद का समाधान निकाला जाए। अब देखना होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले पर क्या कदम उठाता है।
रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी
अयोध्या में कब्रिस्तान की जमीन पर पानी की टंकी निर्माण रोकवाने की मांग
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