अवैध रेलवे टिकटिंग में संलिप्त अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

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राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी । दिसंबर 2019 से मार्च 2020 के मध्य रेल सुरक्षा बल द्वारा एक समन्वित राष्ट्रव्यापी कार्रवाई में 104 अपराधियों की गिरफ्तारी की है। जिसमें एएनएमएस / लाल मिर्ची / ब्लैक टीएस, टिक्कॉक, आई-बॉल, रेड बुल, मैक, एन-गेट, साइकिल, स्टार वी2 जैसे कई अनाधिकृत सॉफ्टवेयर के संचालकों की धरपकड़ की गई। रेल सुरक्षा बल द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के माध्यम से CRIS द्वारा PRS सिस्टम में उपलब्ध सुरक्षा सुविधाओं को और मजबूत किया गया और इन गैरकानूनी साफ्टवेयर को बंद किया गया।

यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के बाद टिकट दलाली की गतिविधि में वृद्धि की आशंका को देखते हुए, रेल सुरक्षा बल द्वारा इनके खिलाफ गहन अभियान चलाये गये। रेल सुरक्षा बल की फील्ड इकाइयों द्वारा दिनांक 09.08.2020 को टिकट दलालों के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही के दौरान को “रेयर मैंगो” (बाद में इसका नाम बदलकर “रियल मैंगो”) नामक अनाधिकृत सफ्टवेयर के बारे में जानकारी मिली।

19 अगस्त को रेलवे बोर्ड से एक संदिग्ध मोबाइल नम्बर 6389253402 प्राप्त हुआ , जिसके विषय में यह आसूचना थी कि उक्त नम्बर का प्रयोग प्रतिबंधित साफ्ट वेयर रेयर मैंगों से ई टिकट बनाने में किया जा रहा है । आसूचना की पुष्टि करने तथा इस पूरे तंत्र में शामिल लोगों की धरपकड़ हेतु प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त उ.म.रे. द्वारा वरि० मंण्डल सुरक्षा आयुक्त प्रयागराज के निर्देशन में एक टीम गठित की गयी ।

टीम के द्वारा उक्त मोबाइल नम्बर पर दर्ज उपयोगकर्ता के संबंध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह मोबाइल नम्बर सिराथू – कौशाम्बी के किसी महिला के नाम पर दर्ज है । इस विषय में महिला से पूछताछ करने पर उसके द्वारा इस सम्बंध में अनभिज्ञता जाहिर की गयी । पुनः उक्त नम्बर की लोकेशन सी.डी.आर. आदि से यह ज्ञात हुआ कि उक्त नम्बर कुण्डा बाजार के आस पास एक्टिव रहा है । टीम के द्वारा कुण्डा बाजार जाकर सभी सम्बंधित लोकेशनों की रेकी की गयी । उ.म.रे. रेलवे सुरक्षा बल की टीम के द्वारा आई.आर.सी.टी.सी. , सिविल पुलिस , रेलवे सुरक्षा बल साईबर सेल से समन्वय एवं सहयोग से आरोपी के विषय में महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त की एवं साक्ष्य एकत्र किये । पुनः प्राप्त साक्ष्यों का विश्लेषण करते हुये बैंकों के सहयोग से आरोपी के बैंक खातों में दर्ज पते को प्राप्त किया गया एवं उक्त गॉव में मुखबिरों के सहयोग से सटीक मुखबिरी कराते हुये उक्त युवक पंकज प्रजापति को टीम द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार आरोपी पंकज प्रजापति के लैपटाप , पेनड्राईव एवं मोबाइल नम्बर को लगातार बहुत गहनता से टीम द्वारा चेक किया गया तो यह ज्ञात हुआ कि उक्त साफ्ट वेयर किसी रेहान नामक व्यक्ति से खरीदा था , एवं अन्य कई को बेचा था । प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पंकज प्रजापति से पूछताछ करने पर उसने यह स्वीकार किया गया एवं रेहान का मोबाइल नम्बर बताया । बताये गये मोबाइल नम्बर पर आरोपी पंकज प्रजापति से फोन कराकर उसकी पिन प्वाईन्ट लोकेशन प्राप्त करते हुये उत्तर मध्य रेलवे द्वारा उसकी लोकेशन साझा करने पर पूर्व रेलवे द्वारा Superseller समसेर उर्फ रेहान को गिरफ्तार किया गया । इसी प्रकार पश्चिम रेलवे द्वारा भी उत्तर मध्य रेलवे से प्राप्त इनपुट के आधार पर यूजर अक्षय जैना को गिरफ्तार किया गया । इस प्रकार उत्तर मध्य रेलवे सुरक्षा बल टीम के प्रयासों से ई टिकटों के अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया गया।

उत्तर मध्य रेलवे लगातार इस प्रकार के अभियान चलाता रहता है और वर्तमान वर्ष में अवैध टिकटिंग कारोबार में संलिप्त 157 लोगो को गिरफ्तार किया गया और उनसे 90 लाख रुपये के ई-टिकट तथा 7.38 लाख रुपये के जाली टिकट बरामद किये गये। इस अवधि में 871 अवैध आई आर सी टी सी यूजर को भी ब्लाक किया गया।

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