असंक्रमणीय भूमि को संक्रमणीय कराने की प्रक्रिया में एसडीएम द्वारा नायब तहसीलदार की रिपोर्ट अनिवार्य किए जाने के विरोध में अधिवक्ता संघ की दोनो इकाइयों के अधिवक्ताओं ने एसडीएम द्वारा आदेश वापस ना लिए जाने से आपात बैठक कर 2 दिनों की सांकेतिक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया था।
आज दूसारा दिन बीत जाने के बाद भी एसडीएम द्वारा कोई सही निर्णय न लेने के चलते अधिवक्ता आज भी दिनभर हड़ताल रहे जिसके चलते आज भी तहसील के वादकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
अधिवक्ता संघ की दोनो इकाइयों के अधिवक्ताओं की बैठक में एसडीएम द्वारा असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमि कराने की प्रक्रिया में नायब तहसीलदार की रिपोर्ट लगाने को लेकर चर्चा हुई। जिसमे अधिवक्ताओं ने वादकारिर्यों का इस फैसले से अहित होता देख नाराजगी जताई।
अधिवक्ताओं ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एसडीएम के इस निर्णय के विरुद्ध अधिवक्ता बृहस्पतिवार और शुक्रवार को सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी मामले को लेकर एसडीएम, तहसीलदार व अधिवक्ताओं की वार्ता विफल रही थी।
एसडीएम द्वारा अपने निर्णय में बदलाव नहीं करने पर अधिवक्ताओं का संगठन बड़े आंदोलन की घोषणा कर सकता है। अधिवक्ताओं ने अपने प्रस्ताव की प्रतियां तहसील के सभी न्यायालयों में भेज कर कामकाज से विरत रहने का निर्णय लिया। जिससे तहसील की अदालतों में कोई कामकाज नहीं हो सका।
आज दूसरा दिन समाप्त होने के बाद जब अधिवक्ताओं से अगली रणनीति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कल सेकेंड सट रडे और संडे होने के कारण अगला निर्णय सोमवार को बैठक के बाद लिया जाएगा।
रिपोर्ट- अशोक यादव एडवोकेट