तहसीलदार के खिलाफ अधिवक्ताओं का प्रदर्शन

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तहसीलदार की कारगुजारियों के खिलाफ अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार जारी

रायबरेली। लालगंज तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन निरंतर बढता जा रहा है। तहसीलदार की भ्रष्ट कारगुजारियों के खिलाफ चल रही मुहिम के मद्देनजर अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार जारी है। आज भी अधिवक्ताओं ने भ्रष्ट तहसीलदार मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया।

अधिवक्ता एसोसिएसन के के अध्यक्ष शेरबहादुर यादव ने कहा कि तहसीलदार न्यायालय से लेकर कार्यालय तक प्रत्येक कार्य का रेट निर्धारित है। बिना चढौका कोई भी कार्य किसी गरीब का नही हो पा रहा है।

दाखिल खारिज में पचास हजार तक की दरें निर्धारित है। अधिवक्ताओं ने कहा कि लालगंज तहसील के इतिहास में इतना भ्रष्ट तहसीलदार कभी नही आया। प्रदेश सरकार की ईमानदार छवि पर यह तहसीलदार पूरी तरह से बदनुमा दाग बन चुका है। इसकी लूट खसोट के कारण सरकार की छवि आमजनमानस में धूमिल हो रही है।

इस तहसीलदार द्वारा कार्यालय व न्यायालय में कराई जा रही अवैध वसूली के अलावा लालगंज नगर से सटे ग्राम पंचायतो की जमीनो पर भू-माफियाओं के अवैध कब्जे व उनके पक्ष में की जा रही एकतरफा कार्रवाई इसके प्रत्यक्ष प्रमाण है। इसके बावजूद जिला अधिकारी ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई आखिर क्यो नही कर रही है। इससे लोग आश्चर्यचकित है।

महामंत्री दलबहादुर सिंह ने कहा कि तहसील आने वाला आमजन यहां मची लूट से नाराज होकर अधिकारियो को ही नही बल्कि प्रदेश सरकार की निष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई जा रही जीरो टालरेंस की नीति को यह तहसीलदार धता बताने में लगा है।

अधिवक्ताओं ने कहा कि यदि इस भ्रष्ट तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई न हुई तो वे आमजनमानस को साथ जोडकर पहले जिलाधिकारी व बाद में मुख्यमंत्री का पुतला फूंकेगें। इस मौके पर अशोक शुक्ला, शैलेश त्रिवेदी, विनय भदौरिया, राजबली सिंह, रामनारायन श्रीवास्तव, आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

  • संदीप कुमार फिजा
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