आखिर डलमऊ में क्यों कोरोना संक्रमण का मंडराने लगा है खतरा

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पीपीए किट और विभिन्न प्रकार की सामग्रियों के पड़े होने से संक्रमण का खतरा

डलमऊ रायबरेली – डलमऊ श्मशान घाट में कोविड-19 से संक्रमित आने वाले शवो के अंतिम संस्कार के लिए बनाए गए स्थल के आस पास गंगा तट के किनारे कोविड-19 से संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों द्वारा पीपीई किट खुले में छोड़कर चले जाते जिसके चलते कोविड-19 संक्रमण का खतरा बना रहता है इसी के साथ जहां प्रतिदिन अंतिम संस्कार में लोग आते हैं तथा तराई क्षेत्र होने के कारण ग्रामीण अपने जानवरों को लेकर गंगा तट के किनारे जानवर चराने के लिए जाते हैं के लिए संक्रमण से बचने के काम में इसे क्षेत्रीय प्रशासन की अनदेखी और उदासीनता कहीं जाए संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों में इसके निस्तारण के लिए कोविड-19 संक्रमण का भय माना जाए
डलमऊ कस्बे के सात आसपास के ग्रामीण जयकरण मोहम्मद अनीस श्याम सुंदर राधे कृष्ण सियाराम चंदन आदि के साथ अन्य ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा श्मशान घाट के पास तराई क्षेत्र में कोविड -19 के संक्रमण से हुई मौतों के शव के अंतिम संस्कार के लिए बनाए गए स्थल के आसपास गंगा तट के किनारे खुले मैदान में पीपीए किट और विभिन्न प्रकार की सामग्रियां खुले में पड़ी होने के कारण संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है और क्षेत्रीय प्रशासन इसके निस्तारण के लिए उदासीनता और अनदेखी कर रहा है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है और जिलाधिकारी डलमऊ विजय कुमार ने बताया कि इस प्रकार की सामग्री खुले में पाई जाती है तो खुले में पाई जाती है तो उसे नष्ट कराया जाएगा ।

अनुज मौर्य/विमल मौर्य रिपोर्ट

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