आरटीईः निजी स्कूलों की आनाकानी पर नोटिस का खेल, कार्रवाई के सभी दावे फेल

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आरटीई का उल्लंघन करने वाले स्कूलों की हो मान्यता रद्द- राजकुमार गुप्ता

वाराणसी: रोहनियां/राजातालाब, (23/09/2020 बुधवार) आरटीई के तहत फ्री एजुकेशन को लेकर निजी स्कूलों की आनाकानी पर शिक्षा विभाग नोटिस का खेल खेल रहा है। दाखिला देने में आनाकानी कर रहे स्कूलों को चेतावनी देने के बाद भी कोई असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा। शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत नि:शुल्क दाखिला न देने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जगह शिक्षा विभाग नोटिस पर नोटिस खेल रहा है। विभागीय अफसरों ने दाखिला देने में आनाकानी कर रहे दर्जनों स्कूलों को दाखिला न लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। स्थिति यह है कि एक महीने बाद भी स्कूल दाखिला देने में आनाकानी कर रहे हैं, लेकिन मान्यता रद किया न एफआईआर हुई। आरटीई के तहत दाखिले में आनाकानी करने वाले कई स्कूलों के खिलाफ कई अभिभावकों की शिकायतें की है। निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिले होने थे। चेतावनी के बाद भी बच्चों को दाखिला नहीं दिया गया। अब तक स्कूलों की ओर से दाखिले की कोई सूचना नहीं दी है।

आरटीई एक्टिविस्ट राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सभी प्राइवेट स्कूलों को डीएम द्वारा अनुमोदित सूची के क्रम में प्रवेश लेना होगा। आरटीई अधिनियम के तहत यदि कोई स्कूल प्रवेश लेने से मना करता है या टालमटोल करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। नोटिस जारी होने के बाद भी प्रवेश नहीं लिया गया तो विद्यालय के प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही मान्यता रद्द करने की मांग की है।

बोले अभिभावक:
सरकार का निजी स्कूलों पर अंकुश ही नहीं रह गया है। मेरे बच्चे के दाखिले में तमाम त्रुटियां बताकर मदरलैंड पब्लिक स्कूल बीरभानपुर प्रबंधन की ओर से मुझे टरका दिया गया। और दाखिला लेने के लिए चार हजार रुपए स्कूल द्वारा मांगी जा रही है अब मैंने दाखिला न होने पर बाल संरक्षण अधिकार आयोग में शिकायत करने का मन बना लिया है।- राजकुमार पटेल कचनार अभिभावक

निजी स्कूल स्कूल न होकर उद्योग हो चुके हैं। सरकार आदेश तो जारी कर देती है, मगर इनका आदेश मानता कौन है। मुझे कुछ न कुछ कमी बताकर सृजन पब्लिक स्कूल दीपापुर द्वारा समझा दिया जाता है। आखिर कब तक दौड़ता रहूं। -अनिल कुमार सिंघही, अभिभावक

बोले अधिकारी:
आरटीई के तहत बच्चों का दाखिला लेने के लिए निजी स्कूल संचालकों को नोटिस भेजे जा चुके हैं। सभी बच्चों के दाखिले लिए जाएंगे। यदि कोई स्कूल संचालक आनाकानी करता है, तो इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। – विमल कुमार केशरी, जिला समन्वयक (सामु.सह.) समग्र शिक्षा वाराणसी

धन्यवाद
द्वारा
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी

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