रिपोर्ट- दुर्गेश सिंह चौहान
रायबरेली। जिले में ऑक्सीजन की किल्लत के साथ ही सिलेंडर के लिए हो रही मनमानी वसूली के मामले को डीएम वैभव श्रीवास्तव ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री व ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजा जाएगा।
उन्होंने ऑक्सीजन सप्लायरों को लोगों को बेचे गए सिलेंडरों के संबंध में पूरी रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। डीएम के गंभीर होने के बाद ऑक्सीजन की कालाबाजारी में शामिल लोगों में हड़कंप मच गया है।
शनिवार को एक अखबार ने ऑक्सीजन की किल्लत व मनमानी वसूली को लेकर छह हजार का ऑक्सीजन सिलेंडर अब 20 हजार में शीर्षक से खबर प्रकाशित की। मामले पर गंभीर डीएम ने शनिवार को ही बचत भवन में व्यापारियों और ऑक्सीजन सप्लायरों के साथ बैठक कर कड़ी फटकार लगाई।
उन्होंने जिले में ऑक्सीजन सप्लायर अमित दुबे सहित इससे जुड़े लोगों को चेताया कि यदि किसी के द्वारा ऑक्सीजन घरों व अन्य जगहों पर स्टोर किया जा रहा है या जीवन रक्षक ऑक्सीजन सिलेंडरों को दोगुना रेट पर बेचा जा रहा है तो संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्हें जेल भेजा जाएगा।
डीएम ने सप्लायरों को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन अस्पताल के लिए हैं। निजी घरों के लिए नहीं हैं। जिन लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर व्यक्तिगत तौर से किराए पर ले रखा है, उनकी सूची उपलब्ध कराएं, जिससे उनसे सिलेंडरों को वापस लिया जाए।
ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने व्यापारी नेताओं को भी निर्देश दिए कि कोई भी व्यापारी दवाएं व खाद्य सामग्री आदि का स्टॉक जमा करता है या समान को महंगे दामों पर बेचता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डीएम वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी स्तर पर खाद्य सामग्री, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।