और जब सरकारी सिस्टम में दबकर गिर गया गरीब का आशियाना

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सलोन (रायबरेली)। सलोन में जहाँ भू माफियाओ के हौसले बुलंद है,तो गरीबो पर साहब के सिस्टम की मार है।आखिर गरीब मजदूर जाये तो जाये कहा क्योकि योगी के राज में यहां सब आंख मूंदे है।साल भर पहले जिस कोतवाली परिसर में युवक ने दम तोड़ा था।आज उसी मृतक युवक के परिवार पर कुदरत की मार पड़ी।

सलोन कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सभा समसपुर खालसा पन्ही गांव में रामखेलावन का कच्चा आशियाना भरभरा कर गिर गया।गनीमत थी कि उस दिन परिवार के लोग बाहर वाली कच्ची कोठरी में सो रहे थे।लगभग एक वर्ष पूर्व 6 नवम्बर 2018 को दीपावली के पावन पर्व पर सलोन कोतवाली में झालर लगा रहे एक इलेक्ट्रिशियन सोनू उर्फ शुभम निवासी ग्राम पन्ही की मौके पर मौत हो गयी थी।जिसके बाद परिजन शव दफनाने को लेकर पुलिस को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया था।तभी राजस्व टीम के उच्चाधिकारियों व पुलिस टीम के प्रभारी ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता, प्रधानमंत्री आवास व दस विस्वा जमीन पट्टा में दिये जाने का आश्वासन दिया था।फिर जाकर परिजनों ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया था।परन्तु मृतक युवक के पिता रामखेलावन तहसील व कोतवली के चक्कर काटते काटते थक गया।लेकिन गरीब परिवार को आज तक किसी भी योजना व आर्थिक सहायता का लाभ नही मिला।फिर क्या था शनिवार को देर रात गरीब रामखेलावन का कच्चा आशियाना भरभरा कर ढह गया।गनीमत रही कि उस रात घर के लोग बाहर कोठरी में सो रहे थे।बताते चले कि लगभग एक सप्ताह से क्षेत्र में बेमौसम हो रही गरज के साथ वर्षा के बाद शनिवार को राम खेलावन का कच्ची कोठरी ढह गयी।राम खेलावन ने बताया कि मेरी मां उषादेवी (65) व मेरी पत्नी उर्मिला देवी पीछे कोठरी में सोती थी।परन्तु भगवान का कुछ ऐसा संयोग था कि शनिवार को परिवार के लोग एक साथ बाहर कच्ची कोठरी में सो रहे थे।पीड़ित ने बताया कि अभी तक कोई भी राजस्व व क्षेत्र का लेखपाल नही आया।

अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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