प्रतापगढ़ । कार्यक्रम की अध्यक्षता इंजीनियर चंद्र त्रिपाठी चंद्र ने की । मुख्य अतिथि के रूप में अनिल प्रताप त्रिपाठी प्रवात तथा विशिष्ट अतिथि डॉ हरकेश बहादुर सिंह एवं श्याम शंकर द्विवेदी रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रेम कुमार त्रिपाठी ने की। वाणी वंदना शेष नारायण दुबे राही ने की। मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के बाद कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा इस अवसर पर अनिल त्रिपाठी ने बधाई देते हुए कहा कि बिटिया का नाम पूरे विश्व में रोशन हो उसकी भूताहा फिल्म हिट ही नहीं बल्कि सुपरहिट हो तथा सारे रिकॉर्ड कायम करें। उन्होंने काव्य मंची पंक्तियों में कहा कि ज्योति बिटिया की ज्योति जगमगाए पूरे संसार में, अभिनय की कला का यशगान करें पूरा संसार। अध्यक्ष इंजीनियर चंद्रकांत त्रिपाठी चंद्र ने बॉलीवुड में प्रतापगढ़ का नाम दर्ज कराने के लिए बधाई दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिगण में डॉक्टर हरकेश बहादुर सिंह एवं श्याम शंकर दिवेदी ने कहा कि माता-पिता को ऐसी बेटी पर गर्व है। संयोजक अखिल नारायण सिंह ने कहा कि ज्योति संपूर्ण विश्व को आलोकित करेगी। विनय शुक्ला में भुतहा फिल्म का टेलर के कुछ इस प्रकार पढा देखकर भुतहा टेलर लगने लगा है भय हे कला की पुजारिन तुम्हारी हो जय। सचिन मिश्र ने पढ़ा मन में मंदिर बनाओ इक मां-बाप का, लेके आशीष उनका निखर जाइए। आयोजक गजेंद्र सिंह विकट ने बेटियों के हवाले से पढ़ा नाम तो रोशन करेगी बेटियां भी इन्हें भी संभाल कर तो देखिए । शेष नारायण दुबे राही ने पढ़ा जब जिंदगी के सफर याद आए मोहब्बत में गुजरे सहर याद आए ।संचालन कर रहे साहित्यकार प्रेम कुमार त्रिपाठी ने ज्योति को संघर्ष का पर्याय बताते हुए पढ़ा पन्ना पलट कर देखो महान लोगों का, काटो बिना जीवन गुलाब नहीं है। इस अवसर पर वंशराज यादव ,सुशील कुमार श्रीवास्तव, हेम सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में माया त्रिपाठी माया ने आभार व्यक्त किया। अवनीश कुमार मिश्रा प्रतापगढ
कवयित्री से अभिनेत्री बनी बेल्हा की लाडली ज्योति त्रिपाठी के सम्मान में एक सरस गोष्ठी
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