सतना – कारगिल विजय दिवस में विंध्य की धरा सतना जिले का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। यहां के वीर योद्धाओं ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों की आहूतियां तक दे दी है। सम्पूर्ण भारत वर्ष मे 26 जुलाई के दिन को कारगिल विजय दिवस के नाम से भी जाना जाता है।कारगिल विजय दिवस हमारी सेना के अदम्य साहस, शौर्य, पराक्रम, और बलिदान की याद दिलाता है। कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीद योद्धाओं को देश शत शत नमन करता है।
आज ही के दिन विंध्य धरा सतना के वीर सपूत कैप्टन गजेंद्र सिंह ने दो माह 17 दिन तक टाइगर हिल में रहकर पाक सेना और घुसपैठियो के दांत खट्टे कर दिए थे। और देश का तिरंगा लहराकर ही टाइगर हिल से नीचे उतरे थे।देश की सेवा करते हुए इसी माह कैप्टन पद से सेवा निवृत हुए गजेंद्र सिंह सेना में सैनिक के पद से भर्ती हुए थे।करगिल युद्ध के बाद कई बार हुई पदोन्नति के चलते कैप्टन पद से रिटायर् हुए। कारगिल वारियर्स गजेंद्र सिंह को सेना में रहते हुए विजय पदक से भी सम्मानित किया गया है।