न बैंड न बाजा न बारात सादगी से हुआ विवाह
राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा) । कोरोना महामारी के चलते किए गए लाॅकडाउन के बावजूद आखिरकार शहनाई बज ही गई। नगर में लाकडाउन पीरियड में आज पहला विवाह सम्पन्न हो ही गया। विवाह नगर के बगराजन मंदिर प्रांगण में सादगी के साथ सम्पन्न हो गया।
गौरतलब है कि लाॅकडाउन का सबसे बडा असर मांगलिक कार्यक्रमों पर पडा है क्योंकि सभी विवाह घरों की बुकिंग रद्द कर दी गईं। किसी भी स्थान पर भीड इकट्ठी करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है और शादी विवाह धूम धडाका और भीड भाड के बिना होते नहीं है। ऐसे में बैंड बाजा बारात सब कुछ ठप पडे़ हुए थे। ऐसे में लाॅक डाउन में शादी सम्पन्न करने का बीडा उठाया कुलपहाड के हल्के प्रजापति ने। दरअसल हल्के के बेटे घनश्याम का रिश्ता निकटवर्ती ग्राम सुगिरा के बद्रीप्रसाद की बेटी प्रीति से तय हो चुका था। दोनों पक्षोॆ ने शादी टालने के बजाए लाकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सादगी से दिन में बगराजन मंदिर से करने का निर्णय लिया। शनिवार प्रात: दोनों पक्ष दस दस लोगों को लेकर बगराजन मंदिर पहुंचे जहां पुजारी ने धार्मिक रीति रिवाज के साथ विवाह सम्पन्न कराया। शादी में वर पक्ष की ओर से रमेश, सुरेश, रामनरेश व कन्या पक्ष से बिहारी लाल, मैया दीन, राकेश व फुल्ली उपस्थित रहे।