अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से कुश्ती संघ अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा
कुश्ती संघ – खिलाड़ियों के यौन शोषण के मामले में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवानों ने मामले के निपटारे की बात दोहराई। वहीं मंत्री ने कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के जवाब का इंतजार करने को कहा। उधर जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों का धरना जारी है।
कुश्ती संघ और पहलवानों का दंगल केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर पहुंच गया। दो दिन से चल रहे धरने के बीच ठाकुर गुरुवार रात चंडीगढ़ से लौटे और पहलवानों को अपने सरकारी आवास पर डिनर के लिए बुलाया। उन्होंने खिलाड़ियों से करीब पौने चार घंटे बातचीत की और कुश्ती संघ के अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा।
बता दें कि बुधवार रात को खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने खिलाड़ियों के साथ करीब एक घंटे बातचीत की थी, इसके बाद कुश्ती संघ को नोटिस भेजकर जवाब के लिए 72 घंटे काअल्टीमेटम दिया था। इसकी मियाद शनिवार रात यानी 21 जनवरी को खत्म होगी। यानी खिलाड़ियों को दो दिन इंतजार करने को कहा गया है।
खेल मंत्री के घर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवान 4 गाड़ियों से पहुंचे थे। इससे पहले ठाकुर ने चंडीगढ़ में कहा था- खेल मंत्रालय ने WFI को नोटिस भेजकर 72 घंटे में जवाब मांगा है। उधर आगामी शिविर भी तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है।
इधर, WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मेरे खिलाफ कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर राजनीति हो रही है। जो आरोप लगा रहे हैं, उनका करियर खत्म हो गया है। ज्यादातर पहलवान एक ही कम्युनिटी से हैं। पार्टी का जो आदेश मिलेगा, उसी को मानूंगा।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जारी देश की महिला पहलवानों के मोर्चे के बाद गुरुवार को मंत्रालय ने पीड़ित खिलाड़ियों को बातचीत के लिए बुलाया और उनसे करीब एक घंटे तक बातचीत की। बातचीत से पहलवान संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग पहले WFI अध्यक्ष को हटाने की थी, अब वे कुश्ती संघ को भंग कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा- मांग पूरी होने तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
इधर, हरियाणा की खाप पंचायतें भी धरने में पहुंच सकती हैं। गुरुवार को फोगाट खाप के आह्वान पर सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत हुई। इसमें तय किया गया कि अगर पहलवानों की मांगे न मानी गईं तो दो दिन में खाप पंचायतें धरने में शामिल होंगी।
खेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पहलवानों ने पहले अपने साथियों से बात की, उसके बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी।
बता दें कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर 200 से ज्यादा खिलाड़ी बुधवार यानी 18 जनवरी से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोपों के बाद खेल मंत्रालय भी मामले को लेकर तुरंत एक्टिव हो गया। बुधवार देर रात उसने कुश्ती संघ को नोटिस भेजा और 72 घंटे में जवाब देने को कहा। ऐसा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली। खेल मंत्रालय से मीटिंग खत्म होने के बाद पहलवानों ने मीडिया से बातचीत की।
विनेश फोगाट ने कहाकि हमारा एक-एक दिन कीमती है। बैठक में हमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। हमारे जो आरोप हैं, वो सच्चे हैं। हमें मजबूर न किया जाए सबसे सामने आने के लिए। हम अपने सम्मान के लिए लड़ रहे हैं। हम पूरे देश को यह नहीं बताना चाहते कि देश की बेटियों के साथ क्या हुआ है। जिस दिन सारी लड़कियां मीडिया को बताएंगी कि हमारे साथ क्या हुआ, वो कुश्ती का दुर्भाग्य होगा।
हम अध्यक्ष का इस्तीफा भी चाहते हैं और अध्यक्ष को जेल भी भिजवाएंगे। हमारे साथ बहुत गलत हुआ है। हम बिना सबूत यहां नहीं बैठे हैं। अध्यक्ष दो मिनट मेरे सामने आंखों में आंखें में डाल कर बोल दें कि गलत नहीं किया है। हमारी लड़ाई लड़कियों को शोषण से बचाना है। अगर हम भी सुरक्षित नहीं हैं तो हिंदुस्तान में एक भी लड़की पैदा नहीं होनी चाहिए। अध्यक्ष ने यूपी की कुश्ती खत्म कर दी है। अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम इन लड़कियों के साथ FIR कराएंगे। WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को जेल भिजवाएंगे।
बजरंग पूनिया: हमारे साथ हिंदुस्तान के सारे रेसलर हैं। अध्यक्ष ने कहा था सबूत दो तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहले हमारे साथ दो लड़कियां थीं, अब हमारे साथ विद प्रूफ 6-7 लड़कियां हैं, जिनका अध्यक्ष ने शोषण किया है। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम सिर्फ इस्तीफे से संतुष्ट नहीं होंगे। हम फेडरेशन को भंग कराना चाहते हैं।
साक्षी मलिक: बैठक में हमें सिर्फ आश्वासन दिया गया है। हम आश्वासन से संतुष्ट नहीं है। हमें हमें ठोस कार्रवाई चाहिए।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक कुश्ती महासंघ की एग्जीक्यूटिव कमेटी की सालाना बैठक (AGM) 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली है। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी इस बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंह इस बैठक में अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।
मामले में इंडियन ऑलिंपिक एसोसिएशन (IOA) का बयान सामने आया है। एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने कहा- खिलाड़ियों की भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा एथलीटों से अनुरोध है कि वे आगे आएं और अपनी बात सामने रखें। हम हर एक मामले की जांच करेंगे। भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए हमने एक स्पेशल कमेटी भी बनाने का निर्णय लिया है।
अब जानिए खिलाड़ियों ने धरने में क्या-क्या आरोप लगाए। विनेश फोगाट ने बुधवार को धरने में कहा था- नेशनल कैम्प्स में वुमन रेसलर्स का प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह और कोच यौन उत्पीड़न करते हैं। नेशनल कैम्प्स में पोस्टेड कुछ कोच तो वुमन रेसलर्स का सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।
विनेश ने आगे कहा कि, टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी। अगर किसी पहलवान को कुछ होता है तो जिम्मेदारी WFI अध्यक्ष पर होगी।
विनेश यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा- कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। हमारी स्थिति यह है कि अगर पानी भी बिना परमिशन के पी लिया तो फेडरेशन नाराज हो जाता है। हमें मारने की धमकी दी जा रही है। हमारे साथ कुछ भी होता है तो उसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। हम लोग अपना करियर दांव पर लगाकर यहां धरने पर बैठे हैं।
विनेश ने आगे बताया कि फेडरेशन खिलाड़ियों पर जबरदस्ती बैन लगाती है जिससे खिलाड़ी खेल न सके। मैं लगभग 10 साल से फेडरेशन से बात करने और हमारे मुद्दों को समझाने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
पहलवान बजरंग पूनिया फेडरेशन से काफी नाराज दिखे। उन्होंने अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग कर डाली।
बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारा विरोध WFI और जिस तरह वे पहलवानों के हितों को ध्यान में रखे बिना काम कर रहे हैं उसके खिलाफ है। इसका राजनीति से कुछ भी लेना-देना नहीं है। अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए। हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सीधे बात करेंगे।
इधर, WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा – विनेश फोगाट के आरोप बेबुनियाद हैं। उनके पास आरोपों का कोई सबूत नहीं है। आरोप सही हुए तो फांसी पर लटक जाउंगा।