कोतवाल पर निलंबन की गाज… सीओ को चेतावनी

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रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा

औचक निरीक्षण मे एडीजी का चढ़ा पारा, कोतवाल पर निलंबन की गाज, सीओ को चेतावनी
महिला हेल्प डेस्क व कोविड केयर सेंटर समेत विवेचना तथा शिकायतों के निस्तारण मे लापरवाही पर खफा हुए अपर पुलिस महानिदेशक
फोटो-01, 02, 03 कोतवाली लालगंज मे अभिलेखों तथा विभिन्न पटलों का निरीक्षण करते एडीजी प्रेमप्रकाश
लालगंज, प्रतापगढ़। एडीजी प्रयागराज जोन के औचक निरीक्षण मे कोतवाली मे घोर लापरवाही को लेकर कोतवाल पर निलंबन की गाज गिरी है। वहीं सीओ पर भी नाराज एडीजी ने उनकी व्यक्तिगत पत्रावली तलब करते हुए चेतावनी निर्गत किये जाने का फरमान सुना दिया। नाराज एडीजी का पारा यहां तक चढ़ आया कि सलामी के लिए तैनात एसएसआई व दीवान समेत पुलिसकर्मियों को कोतवाली परिसर से गेट तक एक किलोमीटर लगाने की भी सजा सुना दी। फोर्स को शस्त्र के साथ दौड़ लगाता देख कोतवाली गेट पर जमा भीड़ भी सकते मे आ गई दिखी।
प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेमप्रकाश शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक कोतवाली आ पहुंचे। एडीजी का काफिला गुजर रहा था तभी सीओ कार्यालय मे चौकीदार झाडू लगाते उन्हें दिख गये। परिसर मे जैसे ही एडीजी पहुंचे उन्हें सलामी पेश की गई। सलामी के मानक पर एडीजी के सामने मातहत खरे नही उतर सके। नाराज एडीजी प्रेमप्रकाश ने एसएसआई रामअधार यादव तथा दीवान ज्ञानचंद्र तिवारी समेत सलामी मे लगे पुलिसकर्मियों को थाना परिसर से गेट तक एक किलोमीटर दौड़ लगाने की सजा सुना दी। निरीक्षण मे मौजूद एडिशनल एसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी को इन्हें दलेल की सजा के साथ प्रशिक्षण कराए जाने के निर्देश दिये। एडीजी ने महिला हेल्प डेस्क तथा कोविड केयर सेंटर को बरामदे मे संचालित हुआ देखा तो उनका पारा चढ़ आया। कोतवाल संजय यादव से सवाल किया कि जब बजट अवमुक्त है तो महिला हेल्प डेस्क को अलग से क्यूं नही तैयार कराया गया। महिला हेल्प डेस्क मे नियमित शिकायतो को भी दर्ज न देख वह बिफर पडे। यही हाल कोविड केयर सेंटर मे दिखी। बुखार मापक यंत्र खुद एडीजी ने परीक्षण कराया तो वह फेल्योर पाया गया। वहीं कोविड केयर सेंटर मे मास्क तथा अन्य एहतियाती प्रबन्ध भी एडीजी को नदारद मिला। अभिलेखो के निरीक्षण मे भी एडीजी प्रेमप्रकाश ने पैनी नजर डाली तो शुक्रवार को कोतवाली से निकली पुलिस डयूटी अंकित नही थी। यही नही महिलाओं से जुडी शिकायते सामान्य जनशिकायतों के अभिलेख मे भी दर्ज मिली। कई शिकायतो के निस्तारण आख्या पर कोतवाल की टिप्पणी भी कहीं अंकित नही दिखी। निरीक्षण पुस्तिका पर एएसपी तथा सीओ के हस्ताक्षर नही मिले। इससे भी अपर पुलिस महानिदेशक खासे नाराज दिखे। परिसर मे गंदगी का आलम देख तो एडीजी प्रेमप्रकाश का गुस्सा सातवें आसमान पर आ पहुंचा। कोतवाली मे सीज वाहनो पर गंदगी का आलम था। यह सब देख नाराज एडीजी ने कोतवाल को लापरवाही का जिम्मेदार ठहराते हुए फौरन निलंबन का फरमान सुना दिया। कोतवाल संजय यादव निलंबन को लेकर गिडगिडाते जरूर दिखे पर एडीजी के गुस्से पर कोई असर नही पड़ा। सीओ की तरफ भी एडीजी की भृकुटी तब तन गई जब विवेचनाओं का अंबार देख पर्यवेक्षण मे लापरवाही पर वह सवाल जबाब करने लगे। सीओ कार्यालय मे भी गंदगी देख नाराज एडीजी बोले, ….. तो वहां पशुशाला बनवा रखा है। कमी इतनी है कि कुछ मवेशी भी वहां इकटठा कर लो। सीओ से तैनाती की कार्यावधि पूंछी तो सकपकाये सीओ जगमोहन ने ग्यारह महीने बताई। अपर पुलिस महानिदेशक ने एएसपी से सीओ की व्यक्तिगत सेवा पत्रावली भेजवाये जाने तथा इस पर चेतावनी प्रवृष्टि अंकित किये जाने के निर्देश दिये। एएसपी को सीओ के कार्यकाल मे किये गये कार्यो का विवरण भी भेजवाये जाने का फरमान सुनाया। इस पर सीओ की सिटटी पिटटी गुम दिखी और वह सिर झुकाये सिर्फ हां हुजूरी के जरिए बचाव करते दिखे। करीब आधे घंटे के औचक निरीक्षण मे एडीजी की मौजूदगी को लेकर कोतवाली परिसर मे हडकंप का माहौल दिखा। मातहत खाकी सर्द मौसम मे भी पसीने से तर बतर हो उठी आयी। वहीं सिपाहियो को सशस्त्र दौड़ लगाते देख गेट पर जमा भीड भी अफसर के निरीक्षण के तल्ख तेवर की चर्चा मे मशगूल हो उठी।

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