रिपोर्ट- Sandeep kumar fiza
लालगंज(रायबरेली)!सरेनी गेहूं क्रय केन्द्रों ने कोरोना से टूट चुके किसानों की पीड़ा बढ़ा दी है!जहां एक तरफ किसान कोरोना का तो डटकर मुकाबला कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सरकारी इंतजामों से हारते नजर आ रहे हैं!शहर से लेकर गांव तक के क्रय केन्द्रों के गोदाम गेहूं से भरे हैं!कोई गुंजाइश नहीं बची तो केन्द्र प्रभारी ने खरीद बंद कर दी है!गेहूं क्रय केन्द्रों पर वाहनों की लंबी कतार हैं!लगभग एक-एक सप्ताह से लाइन लगाकर अन्नदाता अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं!किसान उपज की रखवाली को लेकर रतजगा करने को मजबूर हैं!केन्द्र में गेहूं रखने की जगह नहीं है!कई लोग तो चौकीदार के भरोसे गेहूं से लदे वाहन को छोंडकर चले जाते हैं,लेकिन कई किसान रातभर जगकर अपनी उपज की रखवाली कर रहे हैं!इनकी तौर कब होगी कुछ पता नहीं!सरेनी स्थित गेहूं क्रय केन्द्र में जगह न होने के चलते खरीद बंद है!केन्द्र में गेहूं डंप है जिस वजह से केन्द्र के बाहर लगभग आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टर ट्राली गेहूं से लदी हुई खडी़ है!वहीं गेहूं क्रय केन्द्र के बाहर मौजूद किसानों की मानें तो केन्द्र पर कई दिनों से खड़े ट्रैक्टरों का भाडा भी देना पड रहा है!
क्या कहते हैं गेहूं क्रय केन्द्र प्रभारी
वहीं केन्द्र प्रभारी नीलम बाबू की मानें तो सरेनी केन्द्र में जगह के अभाव में एक सप्ताह से तौल नहीं की गई है और बीते तीन दिनों से गेहूं की उठान नहीं की गई है जिस वजह से निरंतर खरीद नहीं हो पा रही है!बीते तीन दिनों से कोई भी मोटर माल लोडिंग के लिए नहीं आई है!अगली तौल माल उठ जाने के बाद जगह खाली होने पर की जाएगी!