घपले में फंसे गौरा में तैनात एडीओ सस्पेंड

 

बरेली जिले में 75 लाख के घपले में हुई कार्यवाही

रायबरेली। बरेली जिले में तैनाती के दौरान पंचायत प्रिंटिंग प्रेस बहेड़ी व जवाहर पंचायत उद्योग खलीलपुर में करीब 75 लाख रुपये की गड़बड़ी में दोषी पाए गए एडीओ (पंचायत) योगेंद्र पाल सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

एडीओ वर्तमान समय में दीनशाह गौरा ब्लॉक में तैनात हैं। पंचायतीराज निदेशक ने निलंबन की कार्रवाई करते हुए एडीओ को डीपीआरओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। साथ ही गबन की गई धनराशि के आकलन के लिए मंडलीय उपनिदेशक बरेली को जांच सौंपी है।

वर्ष 2018-19 में एडीओ (पंचायत) योगेंद्रपाल सिंह, बरेली जिले में तैनात थे। उनके पास पंचायत प्रिंटिंग प्रेस बहेड़ी व जवाहर पंचायत उद्योग खलीलपुर का जिम्मा भी था। बाद में वे स्थानांतरित होकर रायबरेली आ गए। उन्हें दीनशाह गौरा का चार्ज दिया गया।


तबादले के बाद बरेली के डीएम ने जांच करवाई थी। जिसमें करीब 75 लाख रुपये का गबन मिला था। डीएम बरेली ने 11 सितंबर 2018 को निलंबन की संस्तुति कर दी थी। संस्तुति के बाद पंचायतीराज विभाग ने संयुक्त निदेशक कीर्ति शंकर अवस्थी से जांच कराई।
जांच अधिकारी ने 23 नवंबर को जांच रिपोर्ट दी। इस जांच में भी एडीओ दोषी पाए गए। इस पर पंचायतीराज निदेशक किंजल सिंह ने एडीओ (पंचायत) योगेंद्र पाल सिंह को निलंबित कर दिया है।


डीपीआरओ उपेंद्रराज सिंह ने बताया कि निदेशक ने बरेली के मामले में दीनशाह गौरा के एडीओ को निलंबित कर डीपीआरओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। आदेश आ गया है। आदेश का अनुपालन करवा दिया गया है।

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