चित्रकूट के घाट पर भई योगिन की भीर, सब संस्थानों के संयोग से निरोगी रहे शरीर

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सुरेंद्र पाल ग्रामोदय विद्यालय खेल प्रांगण चित्रकूट में संतों समेत 86 योग केन्द्र के साधकों ने किया सामूहिक योग

संदीप रिछारिया
वरिष्ठ संपादक

चित्रकूट – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चित्रकूट की सभी संस्थाएं दीनदयाल शोध संस्थान, सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट, चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, गायत्री शक्तिपीठ व थाना चित्रकूट, नगर परिषद नयागांव, शा उच्च मा वि कामता चित्रकूट सहित 86 योग केन्द्र और चित्रकूट के सभी संत आश्रम सभी ने एक साथ सामूहिक रूप से सुरेंद्रपाल ग्रामोदय विद्यालय खेल प्रांगण, दीनदयाल परिसर में योग किया।

इस अवसर पर अभय महाजन संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान, डॉ वी के जैन सद्गुरु सेवा संघ के संचालक, ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ भरत मिश्र, गायत्री शक्तिपीठ के संचालक डॉ रामनारायण त्रिपाठी सहित कई संस्थानों के प्रमुख एवं नगर के गणमान्यजन उपस्थित रहे।

संतो में संतोषी अखाड़ा के महंत श्री रामजी दास महाराज, दिगम्बर अखाड़ा के महंत दिव्य जीवन दास जी, रामायणी कुटी के महंत रामहृदय दासजी, कामदगिरि प्रमुख द्वार के श्री मदन गोपाल दासजी, जानकी महल से श्री सीताशरण दासजी, श्री वरुण प्रपन्नाचार्य जी आदि उपस्थित रहे। योग कार्यक्रम का संचालन तुषारकांत शास्त्री एवं संतोष मिश्रा ने किया।

विश्व योग दिवस पर अपने उद्बोधन में संतोषी अखाड़ा के महंत श्री रामजी दास महाराज ने कहा कि जीवन में चार सोपान होते हैं ब्रह्मचार, गृहस्थ, वानप्रस्थ एवं सन्यास चारों सोपानो को व्यवस्थित रखने के लिए 14 इंद्रियां होती हैं जिसमें पांच कर्मेंद्रियां पांच ज्ञानेंद्रियां एव 4 सूक्ष्म इंद्रियां होती हैं जो अंतः करण की दशा को प्रगट करती हैं जिसमें मन बुद्धि अहंकार और चित् जीवन को आरोग्य रखने के लिए। जिस प्रकार आयुर्वेद जीवनदायिनी है उसी प्रकार इन चारों सूक्ष्म सोपानो को स्वस्थ रखने के लिए हमारे जीवन में योग की भूमिका महत्वपूर्ण है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अथक प्रयासों से पूरे विश्व में जिस प्रकार 21 जून को विश्व योगा दिवस मनाया जा रहा है उसी प्रकार आरोग्यता के लिए विश्व आरोग्य दिवस मनाया जाए ऐसी प्रभु कामतानाथ जी से कामना एवं प्रार्थना है।

सद्गुरु सेवा संघ के ट्रस्टी एवं निदेशक डॉ वीके जैन ने कहा कि योग केवल 1 दिन ना हो बल्कि इसे जीवन का आधार बनाएं अपने जीवन में योग को नियमित चलने वाले क्रिया विधि के रूप में अपनाकर इसे अपने जीवन में उतारे और सदैव स्वस्थ रहें।

दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव श्री अभय महाजन ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत इस बार 86 केंद्रों पर पालक कार्यकर्ताओं एवं संकुल प्रभारियों तथा 175 शिक्षकों के माध्यम से सात दिवसीय प्रशिक्षण संचालित किया गया। योग शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक उन्नति तथा शांति के लिए अति आवश्यक है। योग दिवस के इस कार्यक्रम के माध्यम से संपूर्ण चित्रकूट एक इकाई के रूप में एक जगह एकत्रित होकर सामूहिकता का एहसास कराता है कि हम सब एक हैं। हम सभी इसे अपने जीवन में समाहित करें ऐसी सभी से अपेक्षा है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को सामूहिक वृहद कार्यक्रम सुरेंद्रपॉल ग्रामोदय विद्यालय खेल प्रांगण, दीनदयाल परिसर में आयोजित किया गया। जिसके लिए प्रातः 5:45 बजे एकत्रीकरण रखा गया। उसके बाद प्रातःः 6:00 से 7:00 तक योग की सभी क्रियाएं संपन्न कराई गई। इस दौरान इस सामूहिक कार्यक्रम में चित्रकूूट क्षेत्र में 10 जून से चल रहे सभी 86 योग केंद्रों से योग साधक इस सामूहिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

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