जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने श्रद्धा को दी श्रद्धांजलि

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कहा- फास्ट्र ट्रैक काेर्ट में हाे सुनवाई, हत्यारे को मिले फांसी की सजा


अयोध्या। आचार्य पीठ तपस्वीजी की छावनी, रामघाट पीठाधीश्वर जगद्गुरू परमहंस आचार्य ने शनिवार को अपने आश्रम पर सनातनी बेटी श्रद्धा काे श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने श्रद्धा की आत्म शांति के लिए दाे मिनट का माैन भी रखा। परमहंस आचार्य ने कहा कि जिस तरह से एक जिहादी ने सनातनी बेटी श्रद्धा के 35 टुकड़े करके उसे यत्र-तत्र फेंका। इससे भारतीय संस्कृति पर प्रश्न चिंह खड़ा हाे गया है। मानवता शर्मसार हाे गई है। भारत में जहां बेटियाें काे देवी स्वरूप मानकर पूजा किया जाता है।

उसी भारत में इतनी तेजी के साथ लव जेहाद बढ़ रहा है। अपना नाम, पहचान छिपाकर हिंदू, बहन, बेटियाें काे फंसा लेंगे। उसके बाद उनका शव कहीं सूटकेस में मिल रहा है। ताे कहीं उनकाे नाले में फेंक दिया जा रहा है। कहीं उनके टुकड़े हाे रहे हैं।

अगर लव जेहाद खत्म नही हुआ और इस पर काेई सख्त कानून नही बना। ताे मैं संकल्प लेता हूं कि लव जेहाद काे समाप्त करने के लिए यदि कानून काे हाथ में लेना पड़ा। ताे हम कानून काे हाथ में लेंगे। लेकिन अब बेटियाें के टुकड़े नही हाेने देंगे। न देश का टुकड़ा हाेगा और न ही बेटियों के टुकड़े हाेंगे। बल्कि जाे बेटियाें का टुकड़ा करने वाले लाेग हैं। उनका टुकड़ा करने के लिए अब संत समाज हथियार उठायेगा।

मेरी मांग है कि बेटी श्रद्धा मर्डर केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक काेर्ट में करके उसके कातिल काे फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि हम वसुधैव कुटुम्बकम का भाव रखने वाले सनातनी धर्माचार्य हैं। पूरा विश्व हमारा परिवार है। किसी भी बहन, बेटी के साथ इस तरह की अमानवीय घटना हाेगी। ताे उसे न्याय दिलाने के लिए पहले हम संवैधानिक प्रयास करेंगे। अगर संवैधानिक दायरे में देर हाेगी। ताे फिर हम कानून हाथ में लेंगे। इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय भी माैजूद रहे।

रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी

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