सीएमओ ने सीएचसी अधीक्षक के कार्य को बताया संतोष जनक
रायबरेली। मुख्य चिकित्साधिकारी के औचक निरीक्षण से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में हड़कम्प मच गया। रविवार को दोपहर एक बजे अचानक सामुदायिक स्वास्थ केंद्र शिवगढ़ पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा को देखकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में हडकम्प मच गया। हांलाकि औचक निरीक्षण में मुख्य चिकित्साधिकारी को मौके पर सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर एलपी सोनकर, डॉ तरुण मिश्रा एमरजेन्सी में मरीजों को देखते मिले। मौके पर मिले मरीजों से भी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा ने बात की जिसमें मरीजों ने सीएचसी अधीक्षक का कार्य संतोषजनक बताया।
औचक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी संजय कुमार शर्मा ने लेबर रूम, ओटी, केएमसी वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, पैथोलॉजी, एक्सरे कक्ष, दवा स्टोर रूम, स्टॉक रजिस्टर, दवा वितरण कक्ष का गहनता से निरीक्षण किया साथ ही समूचे सीएचसी प्रांगण में साफ सफाई का जायजा लिया। सीएचसी अधीक्षक डॉ. एलपी सोनकर की कार्यप्रणाली एवं सीएचसी परिसर में साफ- सफाई देखकर संतुष्ट हुए दिखे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा ने कहा कि शिवगढ़ सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर एलपी सोनकर की कार्यप्रणाली अत्यंत संतोषजनक है। सीएचसी में साफ सफाई की व्यवस्था बहुत ही अच्छी है। जो कार्य चल रहे हैं उनकी डॉक्यूमेंट्री रिपोर्ट देखी है जो बहुत ही संतोषजनक है। वहीं अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होमों एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विषय में कहा कि हमारा प्रशासन के साथ सामंजस्य चल रहा है। जगह – जगह छापेमारी की जा रही है। उनमें हर जगह कार्यवाही होगी, लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा। इस मौके पर स्टाफ नर्स संध्या, विमला चतुर्वेदी, राममिलन, सुमिरन सहित लोग मौजूद रहे।
सीएमओ ने किया सीइएल का निरीक्षण
पिछले 15 वर्षों से नवजात शिशु को जीवनदान देती चली आ रही कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब सक्षम शिवगढ़ को करीब से जानने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा ने शिवगढ़ राजमहल में स्थित कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब सक्षम शिवगढ़ पहुंचकर समूची यूपी में चलाई जा रही केएमसी क्रांति के विषय में करीब से जाना। और सीइएल निदेशक आरती कुमार व संस्थापक विश्वजीत कुमार के कार्यों की सराहना की।
अवैध नर्सिंग होम संचालकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप
अचानक शिवगढ़ पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय कुमार शर्मा की गाड़ी देख कर अवैध नर्सिंग होम संचालकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। सभी अपने शटर डाउन करके इधर-उधर भाग गए। जब आधे घंटे बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी की गाड़ी बगैर किसी छापेमारी एवं कार्यवाही के वापस लौट गई तो अवैध नर्सिंग होम संचालकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों ने राहत की सांस ली। विदित हो कि 2 दिन पूर्व दा रिपोर्ट्स टुडे की खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने अवैध नर्सिंग होम संचालकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों पर तत्काल कार्यवाही के लिए महराजगंज उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह को निर्देशित किया था। जिसके दूसरे दिन ही शिवगढ़ पहुंचे महराजगंज उप जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह ने शिवगढ़ सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर एलपी सोनकर के साथ छापेमारी कर चार अवैध नर्सिंग होमों एवं एक क्लीनिक को सील कर दिया था। किंतु विडंबना रही कि उप जिलाधिकारी की कार्यवाही महज रस्म अदायगी साबित हुई। कहीं सरकारी ताले लगाए गए तो कहीं वैसे ही इलाज चलता रहा है जबकि छापेमारी के दौरान कोई भी नर्सिंग होम संचालक अपना रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाया। कुछ नर्सिंग होमों में ताले कुछ में चल रहे इलाज से क्षेत्र में तरह-तरह की बातें हो रही हैं। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि महराजगंज उपजिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के कंधे पर जो जिम्मेदारी डालते हुए आगे की कार्यवाही करने के लिए जो बात कही है उसे स्वास्थ्य विभाग कहां तक अमल करता है। या स्वास्थ विभाग की कार्यवाही महज ढाक के तीन पात साबित होगी।