न्याय के लिए पीड़ित का सपरिवार पहुंचा पुलिस अधीक्षक कार्यालय की चौखट पर
रायबरेली। रायबरेली जमीनी विवाद में महिलाओं व बच्चों को दबंगों ने जमकर पीटा किया जानलेवा हमला जमीनी विवाद के चलते हुई मारपीट थाने की पुलिस ने दबंगों को दबंगई से नहीं दर्ज हुआ मुकदमा। पीड़ित परिवार ने लगाई पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर खड़े यह परिवार अपने मासूम बच्चों के साथ न्याय की गुहार लगाने पहुंचा है दरअसल जमीनी विवाद को लेकर दबंगों ने पूरे परिवार को जमकर पीटा बच्चों तक को नहीं छोड़ा जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो वहां पर मुकदमा तो नहीं दर्ज किया गया लेकिन सुलह करने का दबाव जरूर बनाया गया।
हाल ही में रायबरेली के दौरे पर आए आई जी रेंज लखनऊ तरुण गाबा पहुंचे थे और सख्त निर्देश भी दिया था कि थानों पर सुनवाई हो लेकिन थानों पर सुनवाई ना होना पुलिस महकमे को सवालों के घेरे में जरूर खड़ा करता है।
दरअसल पूरा मामला जगतपुर थाना क्षेत्र के खोर गांव का बताया जा रहा है जहां दबंगों की दबंगई उस समय प्रकाश में आई जब एक परिवार को दबंगों ने जमकर पीटा यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शा पीड़ित परिवार शिकायत लेकर संबंधित थाना जगतपुर पहुंचा लेकिन थाने पर पीड़ित परिवार की एक ना सुनी गई उल्टा सुलह करने का दबाव बनाया गया।
जिस पर पीड़ित परिवार वहां से निकलकर सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा है तस्वीरों में आप देख सकते हैं ये परिवार पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगा रहा है और दबंगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है फिलहाल जिस तरह से थानों पर सुनवाई ना होना पुलिस अधीक्षक कार्यालय में फरियादियों का जमवाड़ा लगना पुलिस विभाग पर सवालिया निशान जरूर खड़ा कर रहा है।
फिर चाहे पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी लाख कोशिश कर रहे हो और लाख निर्देश दे रहे हो कि थाने पर ही सुनवाई करें लेकिन उनके आदेश का कोई असर होता थाना अध्यक्ष पर दिखाई नहीं दे रहा है फिलहाल देखना यह होगा कि पुलिस अधीक्षक से फरियाद लगाने के बाद इस पर पुलिस अधीक्षक इतना गंभीर होते हैं और क्या कार्यवाही करते हैं या अभी समय के गर्भ में है।
- अनुज मौर्य