मेरे परम प्रिय मां सरस्वती के वरद पुत्र पंडित परशुराम उपाध्याय एडवोकेट सुमन जी का आज पैतृक ग्राम मंगापुर में परम पद हो गया।
हिंदी साहित्य के पुरोधा एवं अवधी भाषा के सम्राट स्वर्गीय उन्मत्त जी द्वारा स्थापित कवि कुल संस्था के आप अध्यक्ष थे। आप एक पत्रकार रचनाकार गीतकार और धनुष यज्ञ साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक थे। आप के निधन से हिंदी जगत की अपूरणीय क्षति हुई है।
हिंदी के उन्नयन के प्रति आप सतत प्रयत्नशील रहते थे। हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ या समापन एक दिन का कार्यक्रम रामानुज आश्रम मे आप आयोजित करते थे। पूर्व में हिंदी पखवाड़े पर मां सरस्वती को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए स्वर्गीय श्री सुमन जी।
ठाकुर जी से दास की प्रार्थना है कि आत्मा को शांति एवं परिजनों को इस दुख की घड़ी को सहन करने की क्षमता प्रदान करें। संतोष दुबे पूर्व सभासद अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा है कि उपाध्याय जी लेखनी सदा अमर रहेगी । आपकी कमी सदैव खलती रहेगी।
ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास रामानुज आश्रम संत रामानुज मार्ग शिवजी पुरम प्रतापगढ़
जय श्रीमन्नारायण
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