कैंसर से एक लड़ाई की शुरुआत तो होती है, लेकिन पूरी उम्मीद और दृढ़ निश्चय के साथ आप इसे जीत सकते है.
कैंसर जैसी खतरनाक और जानलेवा बिमारी को डिटेक्ट करने, रोकने और इसकी रोकथाम करने और जागरूकता फैलाने हेतु हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता हैं. वर्ल्ड कैंसर डे की स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल [UICC] के द्वारा की गयी, जिसका उद्देश्य सन 2008 में लिखे गये वर्ल्ड कैंसर डिक्लेरेशन को सपोर्ट करना हैं. वर्ल्ड कैंसर डे मनाने का प्राथमिक उद्देश्य सन 2020 तक कैंसर पीड़ित व्यक्तियों की संख्या में कमी करना और इसके कारण होने वाली मृत्यु दर में कमी लाना हैं.
विश्व कैंसर दिवस का मुख्य उद्देश्य पुरे विश्व में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है. बीमारी के प्रति लोगों तक सही शिक्षा पहुँचाना इसका मुख्य उद्देश्य है. इस महाविनाशकारी बीमारी के खिलाफ, इस पहल के द्वारा पूरा विश्व एक साथ एकजुट होकर खड़ा रहता है. कैंसर की बीमारी से कोई देश अछुता नहीं है, पुरे विश्व को इसने जकड़ा हुआ है. इस भयानक बीमारी से जीत पाने के लिए सभी को पूरी ताकत के साथ एक साथ खड़े होकर इसका सामना करना होगा.
कैंसर जैसी बिमारी की रोकथाम करने के लिए और इसके प्रति जागरूकता लाने के लिए बहुत सी सरकारी और गैर – सरकारी संस्थाओं द्वारा विभिन्न कैंप, रैली, लेक्चर और सेमिनार, आदि चलाये जाते हैं. इन कार्यक्रमों में सामान्य जनता की ओर फोकस किया जाता हैं और उन्हें मुख्य रूप से इसमें शामिल किया जाता हैं ताकि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सफल हो सकें. इन कार्यक्रमों में किसी विशेष थीम का प्रयोग किया जाता हैं ताकि ये प्रोग्राम और भी अधिक प्रभावशाली रूप से सफल हो सकें.
इसमें कैंसर होने के कारण भी बताये जाते हैं, जैसे -:
- तंबाकू सेवन करना,
- ज्यादा वजन होना,
- सब्जियों और फलों का सेवन कम करना,
- शराब का सेवन करना,
- शारीरिक क्षमता वाले काम न करना अथवा कम करना,
- शहरों में प्रदुषण होने के कारण,
- आनुवंशिक संक्रमण,
- सूर्य की अल्ट्रा वोइलेट किरणों [UV rays] के कारण, आदि.
इसके अलावा लोगों में फैली विभिन्न गलत धारणाओं को दूर करना, इनमें से कुछ भ्रांतियांनिम्नानुसार हैं -:
- कैंसर पीड़ित व्यक्ति को छूने से कैंसर फैलता हैं,
- कैंसर पीड़ित व्यक्तियों को सामान्य व्यक्तियों की तरह समान अधिकार प्राप्त नहीं होते, आदि.