राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी । झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 1, 2, 3, 4 व 5 पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से इमेज प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर का संस्थापन किया जाना है । अभी प्लेटफार्म नम्बर 1 व 2 CCTV पर इसका प्रयोग किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर कैमरे के माध्यम से आने जाने वाले यात्री व कर्मचारियों पर निगरानी रखेगा ।
किसी भी कर्मचारी या यात्री को बिना मास्क लगाए या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए पाये जाने पर यह स्वतः एक्टिव हो जाएगा तथा इमेज सेंसर तुरंत यह इमेज CCTV surveillance रूम को फारवर्ड कर देगा ।इसके उपरांत उद्घोषणा के माध्यम से संबंधित को आरपीएफ या अन्य कर्मचारियों द्वारा रोककर उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
रेल यात्रियों एवं कर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने, सोशल व फिज़िकल डिस्टेन्सिंग और फेस मास्क की अनिवार्यता की निगरानी के लिये स्टेशन पर इमेज प्रोसेसिंग तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। यदि कोई यात्री या रेलकर्मी फेस मास्क नहीं पहनता या सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन करता है तो वहाँ लगे सेन्सर उसे स्कैन कर बजने लगेंगे । देश में फैले कोरोना वायरस के कारण भारतीय रेल ने पैसेंजर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बन्द कर दिया था । लगभग ढाई माह बाद रेलवे ने यात्री सेवाएं कुछ नियमों के साथ फिर शुरू कर दी ।
झाँसी रेलवे स्टेशन पर नियमों का पालन कराने के लिये सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग की मदद से इमेज प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर प्रयोग किया जा रहा है । इस तकनीक का इस्तेमाल कर प्रवेश व निकास द्वार पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रेन्ज में आने वाले यात्रियों व रेल कर्मियों को स्कैन किया जा रहा है । यदि कोई व्यक्ति बिना फेस मास्क के प्रवेश करता है या सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन करता है तो उसकी इमेज रेड सर्किल में दिखने लगेगी और स्टेशन पर लगे अलार्म बजने लगेंगे ।यदि यह प्रयोग सफल रहता है मण्डल के अन्य स्टेशनों पर भी इस तकनीक का उपयोग किया जायेगा।
कोविड -19 के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य स्टेशन के साथ-साथ मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में भी विशेष सावधानी बरती जा रही है। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। रेलवे स्टाफ को ही प्रवेश दिया जा रहा है। बाहरी व्यक्तियों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान यथासंभव गेट पर ही किया जा रहा है जिससे कोरोना के संक्रमण की संभावना को कम से कम किया जा सके। सभी कर्मियों को सामाजिक दूरी के नियम के पालन के साथ मास्क या फेस कवर को सुनिश्चितता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। समय – समय पर सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोने के प्रति सभी को प्रतिबद्ध किया जा रहा है जिससे इस विषाणु के विरूद्ध जंग को जीता जा सके।