बेलाताल ( महोबा ) । न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन को टीकाकरण में शामिल किया जा रहा है। इसकी तीन खुराकें बच्चों को दी जाएंगी। पहली बच्चे के जन्म के 6 सप्ताह में, दूसरी 14 सप्ताह तथा तीसरी बूस्टर डोज नौ माह का होने पर दी जाएगी। यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क मिलेगी।
विकास खण्ड जैतपुर क्षेत्र में नवजातों को अब निमोनिया से होने वाले जान के खतरे से नहीं जूझना पड़ेगा। बच्चों को न्यूमोनिया से बचाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बेलाताल में यह टीका मुफ्त लगाया जाएगा। न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए पूरी तरह सुरक्षित और असरदार न्यूमोकोकल कन्ज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बेलाताल में प्रभारी चिकित्साधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में चिकित्साधिकारियों एएनएम और ब्लॉक में कार्यरत कर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ पी के सिंह राजपूत की अध्यक्षता में किया गया।
प्रशिक्षण में डॉक्टर रोहित निरंजन ने बताया कि न्यूमोकोकल बैक्टीरिया के इंफेक्शन से बच्चे निमोनिया, मैनिंजाइटिस और सेप्टीसीमिया से ग्रसित हो जाते हैं। इससे बचाने के लिए बच्चों को न्यूमोकोकल केंजूगेट वैक्सीन लगाया जाएगा। इससे बच्चा इन सभी बीमारियों से आजीवन बचा रहेगा।
डॉ शैलेन्द्र सिंह सेंगर ने बताया कि न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन को टीकाकरण में शामिल किया जा रहा है। इसकी तीन खुराकें बच्चों को दी जाएंगी। पहली बच्चे के जन्म के 6 सप्ताह में, दूसरी 14 सप्ताह तथा तीसरी बूस्टर डोज नौ माह का होने पर दी जाएगी। यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क मिलेगी। न्यूमोकोकल बैक्टीरिया के इंफेक्शन के चलते जिस बच्चे के दिमाग की झिल्ली में सूजन आ जाती है और वह मैनिंजाइटिस से पीड़ित हो जाते हैं।
निमोनिया के लक्षण
खांसी आना, कफ या बलगम आना, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, ठंड से कंपकपी, गहरी सांस लेते समय या खांसते समय सीने में दर्द, थकान और कमजोरी महसूस होना, जी मिचलाना और उल्टी होना, दस्त लगना, पसीना आना, सिरदर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना।