प्रवासियों की मदद कर काफी सादगी के साथ मनाया जन्मदिन,
वाराणसी: रोहनियां/मिर्जामुराद राजातालाब, मानवाधिकार जननिगरानी समिति के अधिशासी निदेशक व जाने- माने मानवाधिकार कार्यकर्ता डा. लेनिन रघुवंशी ने रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग मोहनसराय बाईपास मिर्जामुराद वांया राजातालाब से पैदल, सायकिल एवं अन्य वाहनों से जा रहे भूखे प्यासे सैकड़ों प्रवासियों को अपने जन्मदिन के पूर्व दिवस पर लाई, चना, नमकीन, गुड़, बिस्किट एवं पानी की बोतल और मास्क वितरण किया।
विदित हो कि, 18 मई को डा लेनिन का पचासवाँ जन्मदिन है, अतः उन्होंने देश भर से प्रवासी मजदूर सैकड़ों मील पैदल, ट्रक या साइकिल से अपने पत्नी व बच्चों के साथ जीते मरते भूखे प्यासे किसी तरह घर पहुंचने की जद्दोजहद में आखिरी कोशिश में लगे हैं, उनकी स्थिति देखकर कलेजा मुंह को आ जा रहा है। ऐसे में कोई आयोजन करना मानवता को शर्मशार करने वाला है। लेनिन की पत्नी श्रुति नागवंशी अपने पति लेनिन रघुवंशी के पचासवें जन्मदिन को खास तरीके से मानना चाहतीं थीं सो दोनों ने तय किया कि, प्रवासी मजदूरों के लिए निजी स्तर पर जो कुछ हो सकेगा वह करना चाहिए। अतः रविवार अलसुबह 4 बजे भोर में ही राजातालाब पहुंचकर सैकडों मजदूरों को उपरोक्त राहत सामग्री उपहार दिया। उन्होंने कहा कि इन प्रवासी, गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करने से इंसानियत की मिसाल कायम होती है। युवाओं को इस बारे में सोचकर इंसानों के लिए काम करना चाहिए,
प्रवासियों द्वारा दिए गए प्यार से डा. लेनिन रघुवंशी बहुत खुश हुए उपहार पाकर सभी प्रवासियों के चेहरे खिल उठे। डा लेनिन का ऐसा सादगी वाला रूप देखकर लोगों ने खूब सराहा और जन्मदिन की ढेरों बधाइयां दी।
उधर मिर्जामुराद स्थित क्वांटरेंट सेंटर काशी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं स्वच्छता कर्मियों को चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) और जनमित्र न्यास के सहयोग से 1000 मास्क का भी वितरण किया गया इस दौरान लेनिन ने प्रवासियों सहित स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं स्वच्छता कर्मियों का हालचाल जाना और सुविधाओं के मुकम्मल प्रबंध कराने का आश्वासन दिया है।
इस अवसर पर जनमित्र न्यास की ट्रष्टी श्रुति नागवंशी, ज्योति, सोमारु पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, बाबू अली सबरी आदि लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट -राजकुमार गुप्ता