रायबरेली — डीएम के आदेश की हवा उड़ाने वाले कोचिंग सेंटर पर एसडीएम सदर ने मारा छापा। छापे के दौरान कोविड19 मानकों को ताक पर रख कर चल रही क्लास। डीएम के आदेश के बाद भी कोचिंग खोलने वाले संस्थानों पर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए गए आदेश। आधा दर्जन से अधिक कोचिंग सेंटरों पर यह छापेमारी की गई है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार कोरोनावायरस नई नई गाइडलाइन जारी की जा रही है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 11 अप्रैल को करोना गाइडलाइन जारी की गई जिसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में 11 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कक्षा 1 से लेकर इंटर तक की सभी कक्षाएं व कोच्चि संस्थान बंद रहेंगे वही रायबरेली में डिग्री कॉलेज चौराहे पर स्थित आधे दर्जन से अधिक कोचिंग संचालित हो रही थी और वह लोग उत्तर प्रदेश सरकार वह रायबरेली डीएम की गाइडलाइन को नजरअंदाज कर रहे थे रायबरेली में कोचिंग संचालकों द्वारा कोरोना गाइडलाइन की उड़ाई जा रही है धज्जियां आपको बता दें की कल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषणा किया गया था कि प्रदेश के सभी कक्षा 1 से लेकर 12 तक की कक्षाएं और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे और रात को रायबरेली डीएम द्वारा भी निर्देशित किया गया था इस सभी कोचिंग संस्थान और स्कूल कॉलेज 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे तथा रायबरेली में कल से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया था लेकिन कोचिंग संचालकों की दबंगई सामने आए और उन्होंने मनमाने तरीके से कोचिंग क्लासेस शुरू कर दिया इसकी सूचना मिलने के बाद सदर एसडीएम अंशिका दीक्षित ने भारी पुलिस बल के साथ कोचिंग में छापा मारा इस दौरान सार्थक कोचिंग में बच्चे पढ़ते हुए मिले इसके बाद दीक्षित द्वारा अमेरिकन और विवेकानंद कोचिंग का भी जायजा लिया गया इसके बाद अंशिका दीक्षित ने सार्थक कोचिंग के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है अब देखना यह है कि क्या अभी भी कोचिंग संचालक कोचिंग बंद करते हैं या फिर से कोचिंग शुरू करेंगे अब देखना यह होगा कि जो कोचिंग आज खुली हुई मिली है उनके ऊपर कार्रवाई की जाती है या फिर उन्हें चेतावनी के साथ छोड़ दिया जाएगा क्योंकि आज वह हजारों बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हुए नजर आ रहे थे अब यदि प्रशासन इस पर क्या कार्यवाही करती है यह तो आने वाला समय बताएगा
रिपोर्ट अभय प्रताप सिंह