पुलिस को शिकायत पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई
रिपोर्ट – संदीप कुमार फिज़ा
लालगंज (रायबरेली) । युवती की तबियत खराब हुई तो उसने पैथालाजी में जांच कराई। रिपोर्ट में उसे टाइफाइड बताया गया जिसके आधार पर उसने एक माह उपचार कराया। लेकिन जब उसे स्वास्थ्य लाभ न मिला तो वह लखनऊ इलाज कराने पहुंच गयी।वहां पर पैथालाजी में जांच कराई तो उसे टाइफाइड के बजाय दूसरी समस्या के चलते बीमारी बताई गयी। लेकिन एक माह गलत रिपोर्ट के आधार पर चली दवाओं से उसकी किड़नी पर गलत असर भी पड़ा अब वह किड़नी का उपचार कराने को भी मजबूर है। पीडिता ने मामले का शिकातयी पत्र लालगंज पुलिस को देते हुए न्याय की गुहार लगायी है। क्षेत्र के बेहटाकला गांव की रहने वाली महिमा सिंह ने बताया कि उसे एक वर्ष पहले बुखार आया तो जून 2020 में उसने अस्पताल रोड पर स्थित एक पैथालाजी में चिकित्सक की सलाह पर जांच कराई तो उसे टाइफाइड बताया गया। इसी आधार पर उसने इलाज शुरू किया तो उसे दूसरी समस्या भी होने लगी।जब उसने लखनऊ स्थित विवेकानांद अस्पताल,फिर राममनोहर लोहिया अस्पताल और बाद में मेडिकल कालेज लखनऊ में इलाज कराना शुरू किया। सभी जगहो पर उसे यही बताया गया कि पहली गलत रिपोर्ट के चलते उसका जो इलाज हुआ है उसी से उसकी किड़नी पर खराब असर पड़ा है। जब महिमा कुछ दिन पहले अपनी मां सुनीता के साथ लालगंज नगर स्थित पैथालाजी पहुंची और गलत रिपोर्ट देने की मौखिक बात कही तो वहां मौजूद व्यक्ति ने उसका हांथ पकड़ कर अभद्रता करते हुए पैथालाजी से बाहर कर दिया।मां सुनीता के साथ लालगंज कोतवाली पहुंची महिमा ने मामले का शिकायती पत्र कोतवाली पुलिस के दिया है।