61 की उम्र में हुए बेरोजगार अब कैसे चलेगा परिवार।
रायबरेली,जगतपुर , प्रदेश एवं सुप्रीम कोर्ट के तुगलकी बयान के विरोध में तदर्थ शिक्षकों ने माध्यमिक शिक्षक संघ चंदेलगुट अध्यक्ष चेतनारायण सिंह के नेतृत्व में 22 और 23 नवंबर को विशाल विरोध धरना माध्यमिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ में पहुंचने का आवाहन किया है। इसके साथ ही क्षेत्र के राना बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर की इकाई के सभी शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर घोर विरोध किया और शिक्षकों ने कहा कि यह तुगलकी आदेश हमारे कर्म और विद्युत्वता पर सवाल है क्योंकि हम सभी लगभग 25 – 30 वर्षो से शिक्षण कार्य में अनवरत लगे हुए हैं और हमारे द्वारा पढ़ाई-लिखाई किए किए बच्चे देश और विदेशों में सेवा कर रहे हैं जबकि हमारे खिलाफ जारी आदेशों में विरोधाभास साफ झलक रहा है। साथ ही शिक्षकों ने कहा कि कितनी सरकारे आई और चली गई पर हमारे कुशलता गुणवत्ता और हमारी सेवा नियमावली पर कभी किसी ने सवाल नहीं उठाया। शिक्षकों ने साफ कहा कि हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है। जीवन के अधिकांश भाग को स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के भविष्य को लेकर जो शिक्षक चिंतित रहा आज उसी के भविष्य पर प्रश्न वाचक सवाल इस सरकार और कोर्ट ने लगा दिया है अब इन शिक्षकों की गृहस्थी कैसे चलेगी और उनके बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी इस जीवंत दृश्य को किसी ने भी नहीं देखा और राजनीति के तहत न्याय व्यवस्था को भी चंगुल में लपेट कर ऐसा फरमान सुना दिया जिससे शिक्षक ही नहीं बल्कि उनके परिवार को भी गहरा आघात लगा है। शिक्षकों ने साफ कहा यदि कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया सरकार द्वारा तो और तगड़ा विरोध किया जाएगा जिसका खामियाजा सरकार को चुनाव में झेलना पड़ेगा। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया।
रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव
तुगलकी आदेश से तदर्थ शिक्षकों में रोष काली पट्टी बांध कर किया विरोध
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