गेगासो श्मशान घाट पर लगातार हो रही घटनाओं से जिम्मेदार बेखबर
लालगंज, रायबरेली। सरेनी थाना क्षेत्र के दो युवकों को डूबे हुए एक सप्ताह भी नहीं बीता कि एक बार फिर उसी गंगा घाट पर स्नान करते हुए दो युवक गंगा नदी में डूब गए। रविवार को महिला के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए दो युवक नहाते समय गेगासो घाट में गंगा में डूब गए।
साथियों ने गेगासो पुलिस को सूचित किया तो चौकी इंचार्ज फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर गंगा नदी में जल डलवाया,लेकिन समाचार लिखे जाने तक युवकों का पता नहीं चल सका है।
खीरों थाने के मथुराखेड़ा गांव के रहने वाले बच्चन पासवान की पत्नी कलावती की बीमारी से मौत हो गई थी। रविवार की शाम करीब 4:00 बजे उनके शव को लेकर ग्रामवासी गेगासो श्मसान घाट पर पहुंचे और अंतिम संस्कार के बाद सभी गंगा में स्नान करने लगे तभी अंकुश उम्र 23 वर्ष पुत्र राम मनोहर व रमाकांत उम्र 24 वर्ष पुत्र छोटेलाल नहाते समय गहरे पानी में उतर गए और डूबने लगे।
घाट पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया लेकिन दोनों को बचाने की कोई हिम्मत नहीं कर सका। देखते ही देखते दोनों डूब गए,इससे हड़कंप पहुंच गया। लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी तो चौकी इंचार्ज अजीत सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर नदी में जल डलवाया।
प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि पंड़ों ने लोगों को गहरे पानी में नहाने से मना भी किया लेकिन नहीं माने। गोताखोरों का कहना है कि जिस स्थान पर युवक डूबे हैं गहराई बहुत अधिक है।
उल्लेखनीय है कि बीते एक सप्ताह पूर्व भी गेगासों गंगा घाट पर स्नान करते समय दो युवक गहराई में जाने से डूब चुके हैं, जिनमें एक का शव उसी दिन व दूसरे का शव चौबीस घंटे बाद गोताखोरों की मदद से बरामद किया गया था बावजूद शासन प्रसाशन सुरक्षा व्यवस्था में ढिलाई बरत रहा है और कहीं न कहीं चूक कर रहा है जिसका खामियाजा स्नानार्थियों का भुगतना पड़ रहा है।
नतीजतन किसी न किसी के घर का चिराग बुझ रहा है बावजूद जिम्मेदार कुंभकर्णीय नींद में सोए हुए हैं और सुरक्षा के दृष्टिगत बैरीकेडिंग भी करवाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
- संदीप कुमार फिजा