हिंदुस्तानी अकादमी,प्रयागराज की ओर से राष्ट्रीय, सम्मानों की घोषणा हुई है। संत कबीर पर केंद्रित साहित्य पर महत्त्वपूर्ण साहित्यिक योगदान के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं डीन अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रो. अनिल राय को ‘संत कबीर सम्मान’से सम्मानित करने की घोषणा हुई है।उन्हें सम्मान स्वरूप चार लाख रुपये दिए जायेंगे।
प्रो.अनिल राय ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.ए., एमफिल. और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।उनके शोध प्रबंध का विषय “निर्गुण काव्य” पर केंद्रित था।इनकी अब तक अनेक पुस्तकें प्रकाशित और चर्चित हो चुकी हैं।उनमें से -“निर्गुण काव्य में नारी”,”आदिकालीन हिंदी साहित्य अध्ययन की दिशाएँ”, “स्त्री के हक में कबीर”,” माओ के देश में” आदि प्रमुख हैं।इनके कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में शोध पत्र और लेख प्रकाशित हो चुके हैं।।प्रोफेसर राय भारत के कई विश्वविद्यालयों के बोर्ड ऑफ़ स्टडीज के सदस्य हैं। उन्होंने कई विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के मसौदे भी तैयार किये हैं।प्रो.अनिल राय इस समय भारत सरकार एवं कई राज्य संस्थानों की महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य हैं। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्वत परिषद के सदस्य हैं। वे वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय के दो कालेजों की गवर्निंग बॉडी के सदस्य हैं। इससे पूर्व भी वे दो कालेजों की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन रह चुके हैं। वे एक लोकप्रिय अध्यापक के रूप में भी प्रतिष्ठित हैं। मध्यकालीन हिन्दी साहित्य और कबीर पर उनका महत्वपूर्ण शोध कार्य है। उनके निर्देशन में अनेक छात्र पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। प्रोफेसर अनिल राय का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ था। यहाँ के लोगों में उनके सम्मानित होने से बहुत प्रसन्नता है।
प्रो.राय ने इस सम्मान के लिए हिंदुस्तानी अकादमी, प्रयागराज और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल
दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर अनिल राय ‘कबीर सम्मान’ से होंगे सम्मानित
Click