छतरपुर। मंजर जिसने देखा उसकी आंखें नम हो गई, पूरा गांव मातम में डूबा हुआ है और उस वक्त जब एक साथ पांच लाशें अंतिम संस्कार के लिए ले लाई गयीं, तो हर किसी का दिल दहल उठा। मामला छतरपुर जिले के चंदला थाना अंतर्गत पटली गांव का है जहां के 2 मजदूर परिवार की 5 लोग मथुरा उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। छतरपुर वापस लौटने के लिए वह एक टैक्सी में जाजपट्टी मथुरा बस स्टैंड तक जाने के लिए सवार हुए थे। तभी एक मिनी ट्रक की चपेट में आ गए और इस दर्दनाक हादसे में पटली गांव के 2 मजदूर परिवारों के पास सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं सरवई के अजीतपुर गांव की एक 5 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, तथा उसी बच्ची के बहन और मां दुर्घटना में घायल हो गए। प्रशासन को खबर मिलने के बाद एंबुलेंस के द्वारा मृतकों के शव को मथुरा से उनके गांव लाया गया और आज प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार कराया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है, वही मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए सहायता राशि दिलवाई है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद बीडी शर्मा ने भी मृतक परिवार के परिजनों से फोन पर बातचीत कर उनका ढांढस बंधाया है। लॉक डाउन के बाद लगातार प्रदेश के बाहर फंसे जिले के मजदूर अपने घर वापस लौटने की जद्दोजहद कर रहे हैं, हालांकि सरकार के द्वारा भी इस ओर प्रयास किए जा रहे हैं और इसी जद्दोजहद के बीच छतरपुर जिले के पटली और अजीतपुर गांव के मजदूर परिवारों के 6 सदस्य घर तो नहीं लौट सके लेकिन उनके मृत शरीर जब घर लौटे तो न सिर्फ गांव बल्कि पूरे इलाके को गमजदा कर गए।
मथुरा से एक हृदय विदारक घटना का समाचार मिला। प्रदेश के चार श्रमिकों की मृत्यु हो गई है और दो श्रमिक घायल हुए हैं।
मैंने प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर उनके पार्थिव देहों को प्रदेश लाने का प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 5, 2020