चित्रकूट। पांच साल से अधूरे पड़े चित्रकूट(मध्य प्रदेश) के सीवर प्रोजेक्ट का दीपावली बाद फिर शुभारंभ होगा। विभाग ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करके नए ठेकेदार को अब यह काम सौंपा हैं। मंदाकिनी नदी के प्रदूषण की रोकथाम की दिशा में सीवर मील का पत्थर साबित होने वाली योजना है।
बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश क्षेत्र की बड़ी गंदगी मंदाकिनी में गिरती है। सरयू नाले में मध्य प्रदेश का सीवर प्लांट बना है, जब सीवर बनकर शुरू हो जाएगा तो मंदाकिनी नदी को बड़ी राहत मिलेगी। अभी आए दिन मंदाकिनी में मध्य प्रदेश की गंदगी ही यूपी क्षेत्र में संचालित सम्पवेल से गिराई जाती है।
बताया कि 28 करोड़ की लागत से वर्ष 2017 में चित्रकूट (मध्यप्रदेश) के सीवर प्रोजेक्ट का कार्य शुरू हुआ था। लगभग 25 प्रतिशत काम करने के बाद ठेकेदार ने काम ठप्प कर दिया। वर्ष 2019 में सीवर बनकर शुरू होने का लक्ष्य था। अब विभाग ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दूसरे ठेकेदार को काम सौंपा है। दीपावली के बाद युद्धस्तर पर सीवर प्रोजेक्ट का काम शुरू होगा।
सीवर शुरू करने के लिए बुन्देली सेना ने मुख्यमंत्री और शासन में तमाम पत्राचार किए थे। अब सीवर में काम शुरू होने की सूचना पर अजीत सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति हृदय से आभार जताया है।
रिपोर्ट- पुष्पराज कश्यप