निर्माण कार्य में धन के दुरुपयोग के मामले में जांच में धवर्रा प्रधान दोषी करार

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वित्तीय अधिकार समाप्त कर दंडात्मक कार्यवाही की मांग

बेलाताल ( महोबा ) । जैसे जैसे पंचायत चुनावों का वक्त नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे निवर्तमान प्रधानों की अनियमिततायें उजागर होना शुरु हो गई हैं. म.प्र. की सीमा पर बसे कुलपहाड तहसील के ग्राम धवर्रा के प्रधान अनियमितताओं के घेरे में फंस गए हैं . उन्हें साढे तीन लाख से अधिक की धनराशि के गबन का जांच में दोषी पाया गया है . प्रधान के वित्तीय अधिकार समाप्त कर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की मांग जोर पकड गई है.

अजनर थाना क्षेत्र केे ग्राम धवर्रा में वर्ष २०१७- १८ में १४ वें वित्त एवं राज्य वित्त से ग्राम प्रधान रवि श्रीवास एवं ग्राम पंचायत अधिकारी पीडी सेन ने १२ लाख रुपए से अधिक धनराशि व्यय कर निर्माण कार्यों को कराया था .

निर्माण कार्यों में धांधली की शिकायत पर बीडीओ जैतपुर ने जांच टीम गठित कर तकनीकी जांच कराई थी .

जांच टीम ने स्थलीय निरीक्षण में पाया था कि व्यय धनराशि में 363418 /- रुपए का कार्य कम होना पाया गया .

उक्त प्रकरण में ग्राम पंचायत अधिकारी को जिला पंचायत अधिकारी द्वारा १२ जनवरी २०१८ में निलम्बित कर दिया गया था . जबकि ग्राम प्रधान रवि श्रीवास ने एकपक्षीय निर्णय लेकर कार्यवाही का आरोप लगाकर पुन: जांच सत्यापन की मांग की गई थी . जिला मजिस्ट्रेट ने संयुक्त जांच टीम गठित कर १५ दिन में जांच आख्या उपलब्ध कराने को निर्देशित किया था . लेकिन ६ माह बीत जाने के बाद भी जांच टीम द्वारा स्थलीय सत्यापन की कार्यवाही नहीं की गई .

शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार खरे ने जांच टीम की रिपोर्ट को सत्य मानते हुए साढे तीन लाख से अधिक की धनराशि के गबन में ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज कर ,गबन की धनराशि की वसूली और दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है .

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