अयोध्या:———
एसडीआरएफ की टीम दिन भर नहर का छानती रही खाक
भेलसर(अयोध्या)गुरुवार को शारदा सहायक नहर में कूदी विवाहिता का 24 घण्टे बाद भी पता नही चल सका।दूसरे दिन भी राज्य आपदा मोचन बल(एसडीआरएफ)की टीम नहर में स्टीमर के साथ उसको खोजते रहे।खोजते समय एसडीआरएफ की टीम को नहर के किनारे लगी झाड़ियों में कई बार जहरीले सांपों से सामना करना पड़ा।
ज्ञात हो कि गुरुवार को दिन में मवई थाना क्षेत्र के ग्राम नूर अली पुर मजरे नेवरा के स्व0 सुरेश रावत की पुत्री सुनीता 25 वर्ष घर से निकल कर ग्राम नेवाजपुर के सामने शारदा सहायक नहर की तरफ जा रही थी।बताते हैं कि सुनीता मानसिक रूप से ग्रस्त थी।नहर की तरफ जाती देखकर उसकी मां भी पीछे पीछे उसको पकड़ने के लिये जा रही थी जब उसकी मां नहर पर पहुंची तो सुनीता अचानक लापता हो गयी।नहर के किनारे उसकी मां पहुंची तो देखा कि सुनीता के दोनों चप्पल पड़े थे।इस पर उनको शंका हो गयी के सुनीता शायद नहर में कूद गई।उसकी मां को परेशान देख आस पास के ग्रामीण इकट्ठा हो गये और सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी।सूचना पाकर सीओ रूदौली सुरेंद्र प्रताप तिवारी,प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे तथा स्थानीय गोताखोरों की मदद से जाल लगा कर उसकी तलाश की जब गोताखोर ढूंढने में असफल रहे तो फिर राज्य आपदा मोचन बल(एसडीआरएफ) की टीम को लखनऊ से बुलाया गया।टीम गुरुवार देर रात मौके पर पहुंची।शुक्रवार को एसडीआरएफ की टीम मवई पुलिस के दो सिपाहियों मनोज कुमार यादव तथा देवराज सिंह को लेकर स्टीमर पर चढ़ कर दिन भर शारदा सहायक नहर की खाक छानती रही लेकिन सुनीता का कोई सुराग नही लग सका।समाचार लिखे जाने तक टीम सुनीता को खोजने में लगी थी। पुलिस व एसडीआरएफ की टीम को भले ही सुनीता को खोजने में सफलता नही मिली लेकिन उनकी मेहनत और मशक्कत देखकर प्रत्येक व्यक्ति अभियान में लगी टीम की प्रशंसा कर रहा है।
मनोज तिवारी ब्यूरो चीफ अयोध्या