रिपोर्ट – बिस्मिल्ला ख़ान
अयोध्या – राम की नगरी अयोध्या को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के द्वारा किये गए टिप्पणी से अयोध्या के संत ही नहीं बल्कि मुस्लिम समाज भी नाराज है बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने नेपाल के प्रधानमंत्री को धर्म के बारे में जानने की राय दी है साथ ही कहा कि अयोध्या में भगवान राम के साथ हनुमान जी भी विराजमान है यदि हनुमान जी को गुस्सा आ गया तो नेपाल नामो निशान नही रहेगा।उन्होंने नेपाल को मिसाल देते हुए कहा जिस प्रकार से हनुमानजी को जब। गुस्सा आया था तो लंका भी नही बचा तो उसी तरह नेपाल भी नही बचेगा। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है।कि अयोध्या धर्म की नगरी है और यहां पर सभी धर्म व जाति के देवी देवता विराजमान है चाहे वह हिंदू हो मुस्लिम हो, सिख हो या इसाई।अयोध्या के 5 किलोमीटर की परिधि में मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा ही स्थित है और अयोध्या का सम्मान पूरी दुनिया में किया जाता है आज से नहीं आदि से है। अयोध्या का जो महत्व है वह नेपाल के प्रधानमंत्री नहीं जानते क्योंकि प्रधानमंत्री ओली को धर्म के बारे में जानकारी नहीं है जबकि अपने आपको हिंदू देश बताते हैं और नेपाल में हिंदू विरोधी कार्य किया जाता है। वही कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री अयोध्या के बारे में नहीं जानते ना ही वह अयोध्या कभी घूमे हैं। अगर कभी अयोध्या आए होते तो उन्हें यह जरूर मालूम होता कि यहां पर देवताओं का वास है अयोध्या को गलत कहने का अंजाम बहुत बुरा होगा इसलिए वहां के प्रधानमंत्री पहले धर्म के बारे में जाने वही कहा कि अयोध्या राम की नगरी है जहां हनुमान जी भी विराजमान है और अगर हनुमान जी को गुस्सा आ गया तो नेपाल का पता भी नहीं लगेगा ।जिस प्रकार से हनुमानजी को जब। गुस्सा आया था तो लंका भी नही बचा तो उसी तरह नेपाल भी नही बचेगा।