कौशांबी | पुलिस के हाथ बृहस्पतिवार को नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने में बड़ी सफलता हाँथ लगी है | साइबर सेल व् चरवा थाना पुलिस ने अपने ज्वाइंट ऑपरेशन में बबुरा गांव के घर से गिरोह का सरगना व् उसका एक साथी गिरफ्तार किया | पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से बाइक, सिम, एटीएम, फ़र्ज़ी नियुक्ति आदेश, रेलवे के एप्लिकेशन फार्म, लोक निर्माण विभाग व् उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ की मोहर बरामद की है | पुलिस अफसरों का मानना है कि मामले की शातिर आरोपितों ने एक दर्जन से अधिक लोगो से लाखो की रकम ठगी है | जिसकी जाँच गहराई से की जा रही है | कई अन्य आरोपित भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे |
चरवा के बबुरा निवासी रोशनलाल की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उसका बेटा जगदीश बेरोजगार है। वह खेती करके परिवार का भरण पोषण करता है। जगदीश के मुताबिक 10 नवंबर 2017 को पिपरी इलाके के लोकीपुर निवासी राहुल पटेल के जरिए उसकी मुलाकात फतेहपुर जनपद के अजरौली धाता निवासी अनिल कुमार से हुई। दोनों ने उसे रेलवे में नौकरी दिलाने का दावा किया। बदले में चार लाख रुपये की भी मांग की। झांसे में आए जगदीश ने उन्हें रुपये दे दिए। अब तक न तो नौकरी मिली और न ही रुपया वापस किया गया। इसी तरह पहाड़पुर चरवा निवासी अशोक कुमार से भी 29 जून 2017 को राहुल व अनिल के अलावा सतवंत निवासी ओदारपुर चरवा, शेरा निवासी जुवरा मंझनपुर, पिंकू उर्फ विक्रम निवासी धाता फतेहपुर ने भी रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपये ले लिया। काफी समय बीत जाने के बाद अशोक को भी न तो नौकरी मिली और न ही रुपया वापस किया गया। पीड़ित जगदीश व अशोक की जब पखवारा भर पहले आपस में मुलाकात हुई तो ठगों के लंबे खेल की जानकारी हुई। दोनों पीड़ितों ने जिले के तमाम युवाओं से लाखों रुपये ठगने वाले इस गैंग के खिलाफ दो दिन पहले पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से शिकायत की। एसपी के निर्देश पर चरवा थाने में राहुल पटेल, अनिल, सतवंत, शेरा व पिंकू उर्फ विक्रम के खिलाफ पुलिस ने मंगलवार को केस दर्ज किया।