समय रहते जागती पुलिस तो शायद बच जाती जान
रिपोर्ट – शिवा मौर्य
रायबरेली । रायबरेली एक तरफ देश प्रदेश में फैली कोरोना महामारी से आम जनमानस की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है, दूसरी तरफ लॉक डाउन पार्ट 3 में शराब की दुकान खुलने से अपराधों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। दरअसल अमावा ब्लाक के मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत संदी नागिन स्थित हीरालाल के पुरवा में 1 साल बाद फिर दो पक्ष पुरानी रंजिश के चलते आमने-सामने आ गए, जिसमें जमकर मारपीट हुई। इन दो पक्षों की मारपीट में एक पक्ष से एक की मौत हो गई, वही उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। जानकारी अनुसार बताते चलें कि मृतक सब्जी लेकर घर लौटा ही था कि विपक्षियों द्वारा कई लोगों ने जमकर पीटा । पति को पीटता देख बीच-बचाव करने आई पत्नी को भी विपक्षियों ने पीट दिया। जिससे पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हो गई। यह मारपीट का तांडव घंटों तक चलता रहा। ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना दे दी गई लेकिन काफी देर बाद घटनास्थल पर कई थानों की पहुंची पुलिस व 112 पुलिस द्वारा पहुंच कर मामले को शांत कराया गया। वही दोनों घायलों को घायल अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर द्वारा एक को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं उसकी पत्नी को गंभीर देखते हुए इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। मृतक सहदेव पुत्र देवतादीन उम्र 45 वर्ष है। जिस पर विपक्ष के जगदीश, छोटू, बबलू, अर्जुन व राममिलन ने सहदेव को घेर कर लाठियों व डंडो से पीटना शुरू कर दिया। सहदेव को पीटता देख उसकी पत्नी भी मौके पर पहुंची तो दबंगों ने पत्नी भानुमति को भी नही बक्सा। उसको भी जमकर पीट दिया जिससे महिला भी गंभीर रूप से घायल हो गई।
ग्रामीणों की माने तो इससे पूर्व में 1 वर्ष पहले इन्हीं दो पक्षों में जमकर मारपीट की गई थी जिसमें दोनों पक्षों को काफी चोटें आई थी। न्याय मिलने की आस में ये मामला चलता चला रहा था और पड़ोस में होने के नाते आए दिन दोनों पक्षों की तरफ से शब्दों के बाण छोड़े जा रहे थे जिसमें मृतक युवक द्वारा 1 वर्ष पहले विपक्षीगणो पर पहले मारपीट की गई थी, जिसके चलते मौका पाकर दूसरे पछ ने मारने वालों को बुरी तरह से पीटा दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनो का मामला संबंधित थाने में चल रहा था लेकिन थाने से कोई कार्यवाही ना होने पर मन में कुंठा लिए बदले की भावना रखकर द्वितीय पक्ष ने मौका पाकर विपक्षी को मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीण व दोनों पक्षों का कहना है कि इस संबंध में कई बार संबंधित थाने पर शिकायती पत्र देकर मामलों से अवगत करवाया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके चलते आज यह घटना को अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने कहा हलके की पुलिस अगर चेत जाती तो शायद मौत ना हो पाती।