रायबरेली-सुनने में तो थोड़ा अजीब जरूर लगेगा की पुलिस कैसे डॉक्टर बन सकती है लेकिन यह बात सोलह आना सत्य है आपको बताते चलें वैसे पुलिस का काम अपराधियों, चोरों,डकैतों व लोगों की मदद करना होता है लेकिन अब यूपी की हाइटेक पुलिस अब डॉक्टर बनने जा रही है क्योंकि प्रदेश की यूपी पुलिस को डॉक्टरों की ट्रेनिंग दी जा रही हैं जिसमे पुलिस लोगों की जान बचाएगी और इसका यह जिम्मा डायल 112 पुलिस कर्मियों को दिया गया है।
अक्सर देखा गया है कोई दुर्घटना या ऐसी स्थिति होती है जिसमे सबसे पहले वयक्ति डायल112 को ही फोन लगाता है औऱ कई बार ऐसा होता हैं जहां पर डॉक्टरों की मौके पर सख्त जरूरत होती है इलाज के लिए लेकिन अक्सर अस्पताल या डॉक्टर काफी दूर होते है उस समय लेकिन अब कुछ हद तक घायल मरीजों या ऐसे मरीज जिनको डॉक्टर के प्रथम इलाज की सख्त जरूरत होगी उसके लिए डायल 112 पुलिस कर्मियों के लोगों को सीनियर डॉक्टरों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा कैसे मौके पर लोगों की जान बचानी है उसके उसके गुण पुलिसकर्मियों को सिखाएं प्रशिक्षण में सबसे पहले सीपीआर यानी जो व्यक्ति बेहोश हो गया है और उसे सांस की तुरंत जरूरत है और दुबारा उसे होश में भी लाना है ऐसी टेक्निक को डॉक्टरों द्वारा डायल 112 के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण के माध्यम से सिखाया गया ताकि जब कभी ऐसी स्थिति उनके सामने आए तो उनके द्वारा सीपीआर देकर उस व्यक्ति की जान बचाई जा सके।
पुलिस अधीक्षक की जुबानी
पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया की कोई घटना दुर्घटना होती है तो सबसे पहले आमजनमानस द्वारा डायल 112 को ही याद किया जाता है श्लोक कुमार ने बताया कि डायल 112 को आप एमरजैंसी सर्विसेज के रूप में भी जान सकते हैं क्योंकि चाहे मेडिकल की जरूरत हो या कहीं आग लगी है वहां पर स्थानीय पुलिस से पहले डायल हंड्रेड पुलिस के कर्मचारी ही मौके पर आम जनमानस के पास पहुंचते हैं और घायल व्यक्ति हो या अस्वस्थ व्यक्ति जो होता है कैसे उसको मौके पर उसकी जान बचाने के लिए मदद करी जाए उसको उसका इलाज का प्रबंध किया जाए ये सारी जानकारियां डायल हंड्रेड के पुलिसकर्मियों को डॉक्टरों द्वारा दी जा रही है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट