मन्दाकिनी नदी की सफाई में 2 जून को अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति मिली। 4 जून को नयागांव के टीआई आशीष धुर्वे ने मल्लाहों के घर जाकर मूर्ति लूट ली। चार दिन बाद लपटमारो ने जाकर चित्रकूट सांसद के पास पूरा प्रकरण बताकर मदद मांगी। सांसद खुलकर सामने आए। इसके बाद स्थानीय संत व पुरोहित समाज का आक्रोश भी सामने आया। इस प्रकरण पर सबसे दुखद पहलू मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक व भाजपाईयों की चुप्पी रही। अचानक थाने के कांस्टेबल की सड़क दुर्धटना में मौत हो गई। टीआई ने मौत से सम्बंधित साक्ष्य को छिपाने का प्रयास किया।खुद एसपी मौके पर आए और वस्तुस्थिति को समझने के बाद उन्होंने टीआई आशीष धुर्वे को सस्पेंड कर दिया। उनके सस्पेंड लेटर पर मूर्ति प्रकरण और कांस्टेबल की मौत उनके निलंबित करने के कारण बताए गए।
हालांकि इस सस्पेंसन लेटर पर मूर्ति को थाने के मालखाने में रखा होना बताया गया। इसके बाद थाने की कमान अरबी त्रिपाठी को सौपी गई जो पूर्व में यहां पर हेडमुहर्रिर, एसआई रह चुके है। बताया जाता है कि नयागांव के एक पूर्व टीआई जिनका यहाँ पर आलीशान होटल है उनके छोटे भाई है। वैसे उनके नयागांव थाने में बार बार पोस्टिंग पर सवाल खड़े हो रहे है।