पेंशन न मिलने से विकलांग वृद्धा भूखों मरने की कगार पर

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सतना – सतना जिले की जनपद पंचायत मझगवां के कुछ ग्राम पंचायतो में पदस्थ डाकिया उमेश मवासी के मनमाने रवैये के चलते कई लोगो को इस महामारी के चलते लॉकडाउन होने के कारण भीषण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

मामला मझगवां जनपद के ग्राम पंचायत कैलाशपुर का है। कैलाशपुर निवासी महरनियां कोटवार विकलांग और बृद्ध है। जिनको पिछले एकसाल से पेंसन नही मिली है। महरनिया कमर से विकलांग होने के कारण चल फिर नही सकती है। जिसके कारण उनको पेंसन देने का जिम्मा डांक विभाग के डंकिया को सौपा गया है। लेकिन डाकिया उमेश मवासी पिछले एकसाल से महरनिया की पेंसन को दबा कर बैठ गया है। जिसके चलते वो इस लॉकडाउन में भुंखो मरने पर मजबूर है। जब इस मामले में मझगवां डांक विभाग के ओवर सियर दादुभाई सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले से मेरा कोई लेना देना नही है। ये जिसका मामला है आप उससे बात करो। देखने वाली बात यह है कि अब जब जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है। तो इन गरीबो पर ध्यान कौन देगा। जहां एक गरीब विकलांग वृद्ध महिला पेंसन न मिलने से भूखों मरने की कगार पर पहुंच गई है तो वहीं लापरवाह जिम्मेवार अपनी जिम्मेवारी से भाग रहा है। अत: यह एक गंभीर विषय है। तो वही महरनिया कोटवार ने बताया की मैं अपना जीवन यापन पेंसन के सहारे ही करती हूं अब ऐसे में मुझे पेंसन न मिलेगी तो मैं अपना जीवन यापन कैसे करूंगी। महरनिया ने शासन प्रशासन से मांग की है। तुरंत मेरी पेंसन दिलवाई जाय ताकि मैं किसी तरह अपना भरण पोषण कर सकू।

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