मान्धाता, प्रतापगढ़। जनपद की मांधाता ब्लॉक में इन दिनों भ्रष्टाचार के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं जानकारी के अनुसार रोजगार सेवक द्विवैनी रणविजय यादव रोजगार सेवक बुआ पुर लाल बहादुर पाल कृष्ण कातं खजोहरी का जलबा कायम।
आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है जो अधिकारी कर्मचारी रोजगार सेवकों के दबाव में हैं उनके द्वारा ही ग्राम सभाओं में मनरेगा बोर्ड से लेकर अन्य सामानों की सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है। जहां एक तरफ सरकार राष्ट्रीय आजीविका ग्रामीण मिशन के अंतर्गत महिलाओं को रोजगार परक व्यवसाय देने का वादा कर रही है। ढिंढोरा पीट रही है। वहीं मांधाता ब्लाक में कुछ अलग का बड़ा कारनामा चल रहा है।
शासन-प्रशासन चाहे जितना जोर लगा ले, लेकिन मांधाता में चलती है तो केवल रोजगार सेवकों की, सारे अधिकारी और कर्मचारी मुरीद हो चुके हैं रोजगार सेवकों के आगे।
वहीं मनरेगा सेल ब्लाक मान्धाता में सुबह से लेकर शाम तक ऐसे लोगों का जमावड़ा लगा रहता है, जिनसे कोई मतलब वास्ता सरोकार नहीं। कहने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा रहा है। महिलाओं को व्यवसाय करने के लिए ॠण दिया जा रहा है समूह की महिलाएं अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं।
मनरेगा जैसी योजना में सी वी बोर्ड की सप्लाई करें सहयोग सहभागिता करें
लेकिन मांधाता ब्लॉक में प्रतिदिन एक नया कारनामा उजागर हो रहा है एवं प्रतिदिन भ्रष्टाचार के मामले में चर्चा में बना रहता है। आखिर कौन सी ऐसी खास बात है मजबूरी है कि शासन जिला प्रशासन की गाइडलाइन को धता बताकर ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी एवं अन्य जिम्मेदारी अधिकारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बोर्ड नहीं ले रहे हैं बड़ा सवाल।
रोजगार सेवकों व अन्य करीबियों का धंधा इस समय मान्धाता ब्लाक में जोरों पर है कुछ अन्दर की बात है। प्रतापगढ़ जनपद के जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी जिला विकास अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी डीसी मनरेगा परियोजना निदेशक खंड विकास अधिकारी मांधाता।
कब खुलेगी कुंभकर्णी नींद
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिलेगा सम्मान व अधिकार उनके द्वारा मनरेगा में किये गये सप्लाई सी आई बी बोर्ड का भुगतान। लगातार तीन वर्षों से अपने भुगतान के लिए रेखा देवी लगा रही है ब्लॉक से लेकर जिला तक के अधिकारियों का चक्कर। कब होगी कार्यवाही बड़ा सवाल?
रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा